देश की सबसे बढ़ी महानगर पालिका के चुनावी वर्ष में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिल्ली की राह पर आगे बढ़ रही है ,एक अहम निर्णय के तहत मुंबई नगर पालिका ने संपत्ति धारको को संपत्ति कर से मुक्ति प्रदान करने का निर्णय किया है | लेकिन इसका फायदा सभी को नहीं मिलेगा | 500 वर्ग फ़ीट तक सम्पति धारको को इसका फायदा मिलेगा | मनपा आयुक्त इक़बाल चहल ने बताया की निर्णय का अमल एक जनवरी से होगा | इस निर्णय से आर्थिक की संभावना से इंकार करते हुए उन्होंने कहा की इस साल महानगर पालिका ने उम्मीद से ज्यादा राजस्व हांसिल किया है | पिछले साल भी महानगर पालिका ने कोविड के कारण
सम्पत्ति कर में 50 प्रतिशत की राहत दी थी | 2020 -2021 के लिए महानगर पालिका ने 5000 करोड़ के राजस्व का लक्ष्य रखा है जो इस वर्ष की तुलना में 1550 करोड़ अधिक है |
संपत्ति कर माफ करने का निर्णय मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे की उपस्थिति में आयोजित बैठक में लिया गया , बैठक में एकनाथ शिंदे , शहरी विकास मंत्री आदित्य ठाकरे ,मुंबई महापौर किशोरी पेंडणेकर , प्रभारी मंत्री असलम शेख मौजूद थे |
बैठक के बाद उध्दव ठाकरे ने मुंबई से अपना जुड़ाव स्थापित करते हुए कहा की यह उनकी चौथी पीढ़ी है , उनके दादा ,उनके पिता , वह और अब आदित्य मुंबई की सेवा कर रहे हैं | शिवसेना की स्थापना 1966 में हुयी है तब से शिव सैनिकों और मुम्बईकर का खास नाता है | विदित हो की बीएमसी शिवसेना का गढ़ माना जाता है लेकिन इस बार उसे भाजपा से कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद है |