गांधीनगर में डिफेंस एक्सपो (defense expo) या डेफएक्सपो -2022 के दौरान 451 सहमति पत्रों यानी एमओयू (Memorandums of Understanding) पर दस्तखत किए गए। इसमें 1.53 लाख करोड़ रुपये के करार यानी एग्रीमेंट हुए। यह जानकारी रक्षा सचिव अजय कुमार ने दी।
कुमार ने गुरुवार को कहा, “यह अब तक का सबसे कामयाब डिफेंस एक्सपो रहा। इसमें आम दर्शकों की सबसे अधिक संख्या देखी गई, जो कि हजारों बिजनेस विजिटरों के अलावा थे। उन्होंने बताया कि डिफेंस एक्सपो के 12वें संस्करण में पिछले व्यापारिक सौदों (business generation) के सभी रिकॉर्ड टूट गए हैं। इस दौरान हुए समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी शामिल थे।
उन्होंने बताया कि लखनऊ में 2020 में आयोजित पिछले डिफेंस एक्सपो में 201 सहमति पत्रों (एमओयू) पर दस्तखत किए गए थे। लेकिन इस बार 451 सहमति पत्र और समझौतों पर दस्तखत किए गए हैं। इनका मूल्य 1,53,000 करोड़ रुपये का है। यह सहमति पत्र और समझौते उद्योग और उद्योग, उद्योग व राज्य सरकारों और उद्योग और केंद्र सरकार के बीच किए गए हैं।
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डिफेंस एक्सपो-2022 आत्मनिर्भर (self-reliance) भारत की ताकत का प्रतीक है। राष्ट्र गौरव, राष्ट्र शक्ति और राष्ट्र के संकल्प के रूप में इस डिफेंस एक्सपो को देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगले 25 वर्षों में भारत दुनिया के रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में उभरेगा। राजनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की डायनेमिक लीडरशिप में भारत के रक्षा क्षेत्र को पूरी ताकत मिली है।