शराबबंदी वाले गुजरात में शराबबंदी अधिकारी बनने के लिए होड़ लगी है। दरअसल राज्य सरकार द्वारा शराबबंदी को लागू करने के लिए उप-निरीक्षकों यानी सब-इंसपेक्टरों की 39 रिक्तियों के लिए 1.13 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं। गुजरात अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (GSSSB) शराबबंदी और उत्पाद शुल्क विभाग की ओर से भर्ती प्रक्रिया का संचालन कर रहा है।
सब-इंस्पेक्टर के 39 पदों के लिए आवेदन आमंत्रित करने वाले GSSSB ने उम्मीदवारों के लिए पांच वर्षीय, निश्चित वेतन नौकरी के अवसर की पेशकश की है। इसके लिए राज्य भर के विभिन्न केंद्रों पर 31 जुलाई को परीक्षा होगी। इसका मतलब है कि हर रिक्त पद के लिए 2,897 आवेदक होड़ करेंगे।
मद्य निषेध एवं आबकारी विभाग के एक प्रमुख अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में विभिन्न स्तरों पर आधे से अधिक पद रिक्त हैं। अधिकारी ने कहा, 650 की स्वीकृत कर्मचारियों की संख्या में निदेशक, उप निदेशक, निरीक्षक, उप निरीक्षक और अन्य पद शामिल हैं। इनमें से वर्तमान में लगभग 350 पद खाली हैं। इसके लिए कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति और नए कर्मचारियों की भर्ती न होना मुख्य कारण हैं।
निषेध लागू करने के लिए एसआई
लंबे समय के बाद सरकार ने विभाग में 39 सब-इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारियों की भर्ती की अनुमति दी है। ये फील्ड-स्तरीय पद हैं। एक सब इंस्पेक्टर की भूमिका शराबबंदी पर अमल को सुनिश्चित करना है। उप निरीक्षकों को शराब की खपत के लिए स्वास्थ्य परमिट जारी करने का काम भी सौंपा गया है।
जीएसएसएसबी के एक अधिकारी ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में उम्मीदवारों का आवेदन करना आश्चर्यजनक है। खासकर जहां सरकार ने पांच साल की अवधि के लिए निश्चित वेतन की पेशकश की है। अधिकारी ने कहा, “यह आश्चर्यजनक है कि 1.13 लाख आवेदकों ने केवल 39 क्लास- III पदों के लिए रुचि दिखाई है। सरकार पांच साल के काम के बाद चुने गए लोगों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करेगी।” जीएसएसएसबी सूत्रों के अनुसार, प्राथमिक परीक्षा इस महीने के अंत में आयोजित की जाएगी और शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों के साल के अंत तक एक और परीक्षा से गुजरने की उम्मीद है।