गुजरात के मोरबी जिले की माच्छू नदी पर बना केबल ब्रिज (cable bridge) रविवार शाम टूटकर गिर गया। इससे 44 लोगों की मौत हो गई। 100 से अधिक लोग लापता हैं। हादसे के वक्त पुल पर 500 से अधिक लोग थे। इलाके में बिजली नहीं होने से बचाव कार्यों में कठिनाई आ रही है। फिर भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
इस केबल ब्रिज को पांच दिन पहले ही मरम्मत के बाद दोबारा चालू किया गया था। पुल को इंजीनियरिंग का चमत्कार माना जाता था। यह 1.25 मीटर चौड़ा है। यह दरबारगढ़ पैलेस और लखधीरजी इंजीनियरिंग कॉलेज को जोड़ने वाली मच्छू नदी पर 233 मीटर तक फैला है।
पुल गिरने से कई लोग नदी में गिर गए। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई है। प्रशासन (administration) लोकल लोगों की मदद से नदी में गिरे लोगों को बचा रहा है। बताया जा रहा है कि इसकी मरम्मत के लिए (renovation work) सरकारी टेंडर ओधवजी पटेल के स्वामित्व वाले (owned by Odhavji Patel) ओरेवा समूह (Oreva Group) को दी गई थी।
लोगों को बचाने के लिए पुलिस ने नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स ( National Disaster Response Force) की टीम को सूचना दे दी है। जेतपुर-मोरबी के पूर्व विधायक कांतिलाल अमृतिया ने भी लोगों को बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी। रेंज आईजी अशोक यादव के निर्देश पर जिला एसपी राहुल त्रिपाठी भी मौके पर पहुंच चुके हैं। पुलिस 108 एंबुलेंस बुलाकर घायलों को अस्पताल पहुंचाने में लगी है।
विधायक और राज्य मंत्री (State minister) बृजेश मेरजा ने कहा, “पुल गिरने से कई लोग नदी में गिर गए। बचाव अभियान चलाया जा रहा है। कई लोगों के घायल होने की भी खबर है। उन्हें अस्पतालों में ले जाया जा रहा है।”
एक स्थानीय व्यक्ति ने आरोप लगाया कि पुल के निर्माण का काम बहुत जल्दबाजी (extreme haste) में किया गया और उचित जांच (proper check) नहीं की गई। हालांकि, उन्होंने कहा कि नदी में पानी अधिक नहीं है, इसलिए डूबने (drowning) के कारण हताहतों की आशंका बेहद कम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय विधानसभा चुनाव के सिलसिले में तीन दिवसीय दौरे पर गुजरात में ही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल से बात की और बचाव कार्यों के लिए टीमों को फौरन तैनात करने को कहा। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक ट्वीट में लिखा, “पीएम @narendramodi ने मोरबी में दुर्घटना के संबंध में गुजरात के सीएम और अन्य अधिकारियों से बात की। उन्होंने बचाव अभियान के लिए टीमों को तत्काल जुटाने की मांग की है। उन्होंने स्थिति की बारीकी से और लगातार निगरानी करने और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने के लिए कहा है।”
प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोरबी में दुर्घटना में जान गंवाने वालों में से प्रत्येक के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ (PMNRF) से 2 लाख रुपये का मुआवजा (ex-gratia) देने की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
सीएम भूपेंद्र पटेल ने ट्विटर पर कहा कि अधिकारियों को घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने ट्वीट किया, “मोरबी में सस्पेंशन ब्रिज गिरने की घटना से मुझे गहरा दुख हुआ है। सिस्टम की ओर से राहत और बचाव कार्य जारी है। सिस्टम को घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। मैं इस संबंध में जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं। ”
इस बीच सीएम भूपेंद्र पटेल, खेल मंत्री हर्ष सांघवी और स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल मोरबी पहुंचने वाले हैं।