भारतीय जनता पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक (16-17 जनवरी) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी नेताओं से वोटों की उम्मीद किए बिना मुसलमानों सहित अल्पसंख्यकों तक पहुंचने की अपील की।
एक सूत्र के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने सभी धर्मों के लोगों तक पहुंचने पर जोर दिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से विश्वविद्यालयों और चर्चों का दौरा करने के लिए कहा। सूत्रों ने कहा, “प्रधानमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं से पसमांदा मुसलमानों, बोहरा समुदाय, मुस्लिम कामगारों और शिक्षित मुसलमानों से वोट की उम्मीद किए बिना मिलने को कहा।” सूत्रों ने कहा कि मोदी ने भाजपा नेताओं को किसी भी समुदाय के खिलाफ अवांछित टिप्पणी (unsolicited remarks) से बचने का निर्देश भी दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि यह भारत के लिए सबसे अच्छा समय है। इसलिए देश के विकास में योगदान देने के प्रयासों को दोगुना करना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि अमृत काल को कर्तव्य काल में बदलना चाहिए, तभी देश तेजी से आगे बढ़ सकता है। मोदी ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत के संकल्प के तहत सभी राज्यों को एक-दूसरे के साथ सहयोग करना चाहिए और विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों के अनुकूल होना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा के सभी मोर्चों से सीमावर्ती क्षेत्रों के गांवों को और अधिक जोड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को आकांक्षी जिलों (aspirational districts) के विकास में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। मोदी ने पर्यावरण संरक्षण और धरती को बचाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के समापन दिवस पर राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक संकल्प (resolution) भी लिए गए। इनके अलावा भारत की G20 की अध्यक्षता पर केंद्रित विदेशी नीतियों को लेकर भी संकल्प पास किया गया।
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