सूरत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मोटा वराछा में एक विशाल रैली। शहर के हवाईअड्डे पर उनके उतरने के कुछ ही मिनटों बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल भी उतरे। केजरीवाल एयरपोर्ट से सबसे पहले निकले, जबकि मोदी वेटिंग लाउंज में गए।
मोदी के रोड शो के लिए हवाईअड्डे से मोटा वराछा तक के 27 किलोमीटर लंबे मार्ग पर हजारों की संख्या में लोग जमा थे। गदगद मोदी ने रैली में अपने भाषण में इसे “लोगों का समुद्र” कहा।
उन्होंने कहा, ‘राजनीतिक विश्लेषण करने वालों ने देखा होगा तो यह सिर्फ रोड शो नहीं, बल्कि लोगों का समंदर है। यह गुजरात के सारे रिकॉर्ड तोड़ देगा। भाजपा के वोटों के प्रतिशत के लिहाज से भी और सीटों की बढ़ी संख्या में भी।’
मोदी ने कहा कि वह सूरत के कर्जदार हैं और वह इसे चुका देंगे। उन्होंने कहा, ‘गुजरात के लोग मुझसे कहते हैं कि आप चिंता क्यों कर रहे हैं और आपको गुजरात आने की जरूरत नहीं है, हम मैनेज कर लेंगे। दृश्य को देखने से लगता है कि वे पहले ही कामयाब हो चुके हैं। मैं आशीर्वाद लेने आया हूं।’
उन्होंने कहा, “ऐसा कुछ भी नहीं होगा, जिसमें सूरत पिछड़ जाएगा। भावनगर में अपने पिता को खोने वाली 500 बेटियों के सामूहिक विवाह में भाग लेने का सौभाग्य मिला। मैंने उस शादी में सूरत का योगदान देखा। मैं डांग में, आधुनिक अस्पतालों में, बड़े पैमाने पर रक्तदान शिविरों में, विशाल झीलों के विकास में, स्कूलों और सोलर पार्कों के निर्माण में सूरत का योगदान देखता हूं। शहर ने सामुदायिक विकास में योगदान दिया है। ”
प्रधानमंत्री ने कहा, “कौन भारतीय सूरत पर गर्व महसूस नहीं करेगा? सूरत सबसे तेजी से विकसित होने वाले टॉप-10 शहरों में शामिल है। डायमंड सिटी, टेक्सटाइल सिटी, ब्रिज सिटी, ड्रीम सिटी और अब एक आईटी स्टार्टअप नेटवर्क विकसित हो रहा है। सूरत आईटी विकास में भी राज्य का अगुआ बनेगा।”
साथ ही कहा, “शहर का ऐतिहासिक मूल्य है और भविष्य का महत्व भी है। जमीन में कुछ ताकत है। अंग्रेज पहले यहां क्यों आए। दरअसल उन्हें अहसास हुआ कि यहां कुछ खास है। हमारा ध्यान सूरत को और विकसित करने पर है।”
उन्होंने बताया कि कैसे एक जैव विविधता पार्क और रिवरफ्रंट परियोजना शहर के विकास में नया चैप्टर जोड़ देगा। बुनियादी ढांचे के विकास के बिना विकास संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा, “अगर ऐसा बुनियादी ढांचा नहीं होगा तो क्या यहां रहना संभव होगा।”
कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, “कांग्रेस और हमारी सोच अलग है। कांग्रेस को लगता है कि इंफ्रास्ट्रक्चर की कोई जरूरत नहीं है। वही काम करें, जिससे वोट मिले। इसलिए सांप्रदायिक राजनीति करो, भ्रष्टाचार करो, जातिवाद करो, लोगों को बांटो और अपना हिस्सा लो। ”
मोदी ने कहा, “लोकसभा में कांग्रेस के रक्षा मंत्री ने कहा था कि चीन को प्रवेश करने से रोकने के लिए वे चीन सीमा पर सड़क नहीं बना रहे हैं। हमने सबसे लंबा पुल, सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज, सबसे ऊंची सड़क, सबसे ऊंची मूर्ति, दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क विकसित किया है। इतना ही नहीं, हम वैश्विक डिजिटल लेनदेन का 40 प्रतिशत कर रहे हैं। अब हम बुलेट ट्रेन बना रहे हैं। इन सबसे सूरत को फायदा होगा।’
उन्होंने कहा, ‘जब डबल इंजन की सरकार नहीं थी, तो तत्कालीन दिल्ली कांग्रेस सरकार ने सूरत को मेट्रो नहीं दी। एयरपोर्ट के लिए उन्हें समझ नहीं आया कि सूरत को इसकी जरूरत है। उन्होंने हमारी मांग ही नहीं सुनी। अब सूरत हवाईअड्डा व्यस्त है, हम अंकलेश्वर में भी हवाईअड्डे बना रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमने फेरी सेवा शुरू की। पहले सौराष्ट्र पहुंचने में 8 से 10 घंटे लगते थे। अब केवल तीन से चार घंटे में पहुंचा जा सकता है और बिना किसी दुर्घटना के जोखिम के। आप अपने वाहन के साथ जा सकते हैं, और काम खत्म करके वापस आ सकते हैं।”
मोदी ने कहा कि अगर सरदार सरोवर बांध परियोजना को 50 साल तक रोकने वालों को गुजरात पर पांव रखने दिया जाए, तो यह पाप होगा। मोदी ने कहा, “सूरत पहले डायमंड पॉलिशिंग हब, फिर ज्वेलरी मैन्युफैक्चरिंग हब, और अब यह लैब में बने हीरे का हब बन गया है। गुजरात को देश के महत्वपूर्ण मैन्युफैक्चरिंग हब में से एक के रूप में गिना जाता है।”
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