दिल्ली नगर निगम (MCD) के चुनाव में आम आदमी पार्टी यानी आप की एकतरफा जीत हो सकती है। यह दावा सोमवार को आए एग्जिट पोल के नतीजों से लगता है। अधिकतर एग्जिट पोल ने अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी (आप) को एमसीडी के 250 वार्डों में से 145 पर जीत का दावा किया है। ताजा परिसीमन (delimitation) के बाद दिल्ली में यह पहला निगम चुनाव था।
आजतक चैनल के एग्जिट पोल के मुताबिक, आप को 149-171 वार्डों में जीत मिल सकती है। टाइम्स नाउ का एग्जिट पोल अरविंद केजरीवाल की पार्टी को 146 से 156 वार्डों में जीत बता रहा है। आजतक ने बीजेपी को 69-91 वार्ड मिलते हुए दिखाया है, जबकि टाइम्स नाउ एग्जिट पोल ने बीजेपी को 84-94 वार्ड के बीच दिखाया है। दोनों एग्जिट पोल में कांग्रेस को 10 या उससे कम वार्ड मिलते दिख रहे हैं।
दिल्ली एमसीडी के कुल 250 वार्डों के लिए हुए चुनाव में रविवार को 50 प्रतिशत से अधिक वोट पड़े। नतीजे 7 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
अगर एग्जिट पोल के नतीजे अंतिम रिजल्ट से मेल खाते हैं, तो यह भाजपा के लिए बड़ा झटका होगा, जिसका एमसीडी पर 15 वर्षों से राज है।
एमसीडी चुनावों में जीत न केवल दिल्ली में आप की स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि पार्टी को अपनी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने में भी मदद करेगी। इससे उसे भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गंभीर प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरने का विश्वास भी देगी।
कचरा संग्रह (Garbage collection) और लैंडफिल आप और भाजपा के बीच लड़ाई में सबसे बड़े मुद्दों में से एक के रूप में उभरा। हाई-वोल्टेज चुनाव अभियान में भाजपा ने अपने शीर्ष नेताओं को तैनात किया। इनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और पीयूष गोयल जैसे 19 केंद्रीय मंत्री और छह राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल थे।
इसलिए कि भाजपा ने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में बहुत ही खराब प्रदर्शन किया था। तब उसे 70 में से सिर्फ आठ सीटों पर जीत हासिल हुई थी।
2017 के निकाय चुनाव में बीजेपी ने 270 वार्डों में से 181 पर जीत हासिल की थी। उम्मीदवारों के निधन के कारण दो सीटों पर मतदान नहीं हो सका था। जबकि आप ने 48 और कांग्रेस ने 27 वार्ड जीते थे।
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