उत्तरप्रदेश को एक बार भी विधान परिसद से ही मुख्यमंत्री मिलने के आसार प्रबल हो गए है | योगी आदित्यनाथ जो वर्त्तमान मुख्यमंत्री हैं वह भी विधानपरिषद के सदस्य है और अभी उनका कार्यकाल भी बाकी है ,दूसरे सबसे प्रबल दावेदार और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी विधानसभा चुनाव लड़ने से मना कर चुके है , अब तीसरे दल से भी ऐसी ही खबर आयी है |
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ी घोषणा की गई है। यह घोषणा बसपा द्वारा की गई है। बसपा द्वारा यह घोषणा की गई है कि पार्टी सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
यहां तक कि बसपा के राष्ट्रीय महासचिव भी सतीश चंद्र मिश्रा नहीं लड़ेंगे परिवार से सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा है कि बसपा सुप्रीमो मायावती चुनाव नहीं लड़ेंगी बल्कि लड़ाएंगी बहुजन समाजवादी पार्टी के नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि वह यूपी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उनकी पत्नी कल्पना मिश्रा और बेटे कपिल मिश्रा भी चुनाव नहीं लड़ेंगे और मेरे परिवार का कोई भी सदस्य उनके साथ चुनाव नहीं लड़ेगा। साथ ही मायावती के भतीजे के चुनाव लड़ने से भी उन्होंने इंकार किया | मिश्रा ने आगे कहा कि बसपा को ब्राह्मणों का समर्थन मिलेगा।उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सरकार में ब्राह्मण समुदाय के 500 से अधिक सदस्य मारे गए हैं और कहा कि ब्राह्मण समुदाय पहले ही देख चुका है कि कैसे बसपा ने उनकी प्रतिष्ठा बढ़ाई है और वह अब भी उनके साथ है और वह आने वाले दिनों में उनके साथ रहेगा।
स्वामीप्रसाद ने सायकल की थामी सवारी
कभी बहुजन समाज के कद्दावर नेता और योगी आदित्यनाथ सरकार के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने राज्यपाल को अपने मंत्री पद से इस्तीफ़ा देकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मुलाकात के बाद साफ़ कर दिया की वह अगला सफर समाजवादी पार्टी की सायकल के सहारे तय करेंगे | उनके तस्वीर को अखिलेश यादव ने अपने ट्वीटर से ट्वीट किया | उसके बाद भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथा उप मुख्यमंत्री केसव प्रसाद मौर्या ने ट्वीट किया “आदरणीय स्वामी प्रसाद मौर्य जी ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है मैं नहीं जानता हूँ उनसे अपील है कि बैठकर बात करें जल्दबाजी में लिये हुये फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं”