विवादित प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर (IAS officer Puja Khedkar) की मां मनोरमा खेडकर (Manorama Khedkar) को पुणे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी एक पुराने वीडियो से जुड़ी है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर किसानों को पिस्तौल से धमकाया था।
मनोरमा खेडकर (Manorama Khedkar) को भागने के बाद रायगढ़ जिले के महाड में एक होटल से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने चेक इन करने के लिए फर्जी नाम “इंदुबाई ज्ञानदेव ढकने” का इस्तेमाल किया, जबकि उनके साथी ने “दादासाहेब ज्ञानदेव ढकने” नाम का इस्तेमाल किया।
होटल के मालिक अनंत औकिरकर ने कहा कि वे मां और बेटे होने का दावा करते हैं। पुलिस की एक टीम सुबह 3.30 बजे होटल पहुंची और दोनों को लेकर सुबह 6.30 बजे चली गई।
गिरफ्तारी के बाद खेडकर को अदालत में पेश किया गया और 2 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। अदालत ने कहा कि धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत आरोप को छोड़कर, जो गैर-जमानती है, बाकी अपराध जमानती हैं, जिससे खेडकर को जमानत मांगने का अधिकार मिल गया।
पुलिस ने अपनी रिमांड याचिका में कई कारणों का हवाला दिया, जिसमें अपराध की गंभीर प्रकृति, खेडकर का प्रभाव और राजनीतिक गतिविधि, तथा अपराध में कथित रूप से इस्तेमाल की गई पिस्तौल और वाहन को जब्त करने की आवश्यकता शामिल है।
इसके अतिरिक्त, उन्हें अन्य साथियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने, पिस्तौल के उद्देश्य की जांच करने, चल रहे जांच मुद्दों को संबोधित करने, खेडकर को गवाहों को प्रभावित करने से रोकने और मुलशी में जांच करने के लिए हिरासत की आवश्यकता थी, जहां खेडकर जमीन का मालिक है और उसने कथित रूप से धमकी दी है।
मनोरमा खेडकर के खिलाफ मामला
वीडियो सामने आने के बाद एक किसान की शिकायत के आधार पर मनोरमा खेडकर और उनके पति दिलीप खेडकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। एफआईआर में भारतीय शस्त्र अधिनियम की धाराएं भी जोड़ी गईं।
दो मिनट के वीडियो में पूजा खेडकर की मां को पुणे के मुलशी तहसील में जमीन विवाद को लेकर किसानों को धमकाते हुए दिखाया गया है। पिस्तौल लहराते हुए, बाउंसरों के साथ मनोरमा खेडकर जमीन के मालिकाना हक को लेकर बहस करती नजर आईं।
सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी दिलीप खेडकर ने मुलशी तहसील में 25 एकड़ जमीन खरीदी थी। वीडियो जारी होने के बाद से ही पुणे पुलिस दिलीप और मनोरमा खेडकर की तलाश कर रही है और दंपति को पकड़ने के लिए तीन टीमें बनाई हैं।
हाल ही में मनोरमा खेडकर का एक और विवादित वीडियो सामने आया, जिसमें वह अपने बंगले के पास निर्माण सामग्री को लेकर पुणे मेट्रो अधिकारियों और पुलिस कर्मियों से बहस करती नजर आईं। 2022 का यह वीडियो पुणे के बानेर रोड पर खेडकर परिवार के बंगले के बाहर शूट किया गया था।
पूजा खेडकर से जुड़े विवाद
महाराष्ट्र कैडर की 2023 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर हाल ही में सुर्खियों में आईं, जब उन्हें प्रोबेशन अवधि के दौरान गलत मांगों और उनके आचरण के बारे में शिकायतों के चलते पुणे से वाशिम स्थानांतरित कर दिया गया।
सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए कथित तौर पर विकलांगता प्रमाण पत्र बनाने के आरोप में भी उन पर जांच चल रही है। केंद्र ने उनके आचरण और चयन प्रक्रिया की जांच के लिए एक सदस्यीय समिति का गठन किया है।
यह भी पढ़ें- हाथरस भगदड़ हादसे पर भोले बाबा का ताजा बयान