कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा है कि प्रदर्शन के आधार पर वोट मांगने के बजाय वह कब तक राजनीतिक लाभ के लिए अपनी लाचार पृष्ठभूमि (humble background) का फायदा उठाएंगे। यह महसूस करते हुए कि मोदी एक बार फिर भाजपा की हार को रोकने के लिए सहानुभूति कार्ड खेल रहे हैं, खड़गे ने गुजरात के देदियापाड़ा की रैली में पूछा: “कब तक आप अपने अपने बेचारगी भरे बैकग्राउंड को भुनाते रहेंगे? मैं भी गरीब हूं, मुझे गालियां देते हैं, मेरी औकात पूछते हैं। ऐसी बातों से अगर आप हमदर्दी पैदा करना चाहते हैं तो लोग समझदार हैं, वे अब इतने बेवकूफ नहीं हैं।’
मोदी विपक्ष पर हर दिन उन्हें गाली देने का आरोप लगाते रहे हैं, और गुजरात में रैलियों में शिकायत की है कि कांग्रेस ने “उन्हें उनकी जगह दिखाने” की धमकी दी है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि कांग्रेस के नेता “माई-बाप (स्वामी)” हैं और वह तो केवल “सेवक” हैं।
इस पर खड़गे ने कहा, “मोदी पूछते हैं कि कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया। अगर हमने कुछ नहीं किया होता तो आपको प्रधानमंत्री बनने के लिए लोकतंत्र नहीं मिलता। आप जैसा व्यक्ति जो हमेशा ‘मैं गरीब हूं’ का दावा करता है… हम भी गरीब हैं। हम पैर की उंगलियों में आते हैं। कम से कम तुम्हारी चाय तो कोई पीता है, मेरी चाय भी नहीं पीता कोई।”
बता दें कि खड़गे दलित हैं। उन्होंने अपनी मां और बहन को जातिगत हिंसा में जिंदा जलते हुए देखा है। उनके पिता कारखाने में मजदूरी करते थे, ताकि उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले। राजनीति में आने से पहले खड़गे ने पढ़ाई की और वकील बने। जबकि मोदी अक्सर पीड़ित और चाय बेचने वाले के बेटे के रूप में अपनी लाचारी भरी पिछली जिंदगी के बारे में गिनाते हैं। कई वर्षों से उनके चुनाव अभियानों में यही प्रमुख विषय रहे हैं। जबकि कांग्रेस ने कभी भी राजनीतिक लाभ के लिए खड़गे के संघर्ष भरे जीवन को भुनाने की कोशिश नहीं की।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह देश के बड़े अर्थशास्त्री रहे हैं। अपनी विद्वतापूर्ण उपलब्धियों के लिए वह दुनिया भर में सम्मानित हैं, और वह भी विकट गरीबी से आए थे। लेकिन न तो कांग्रेस ने और न ही स्वयं सिंह ने कभी अपनी इस कड़वी सच्चाई को राजनीतिक हथियार नहीं बनाया।
खड़गे ने कहा कि मोदी ने सिर्फ अमीरों और शक्तिशाली लोगों के लिए काम किया है। उन्होंने लोगों को मूर्ख बनाने के लिए अपने संघर्ष भरे शुरुआती जीवन की कहानी सुनाई है। उन्होंने कहा, “आप उद्योगपतियों को दी जाने वाली जमीन गरीबों से छीन रहे हैं। आप अमीरों के लिए काम करते हैं। आपके लोग इस देश को लूट रहे हैं। करीब 135 लोगों ने 30 लाख करोड़ रुपये कमाए, जबकि एक साल में 84 फीसदी लोग और गरीब हो गए। और आप कहते हैं कि आप गरीब हो। बच्चों के कुपोषण के मामले में गुजरात सबसे खराब है। आपके शासन में अडाणी-अंबानी मोटे होते जा रहे हैं। आपके पास बच्चों के बारे में सोचने का वक्त नहीं है, आप युवाओं को नौकरी नहीं दे सकते।”
यह तर्क देते हुए कि मोदी और भाजपा को प्रदर्शन के आधार पर वोट मांगना चाहिए, खड़गे ने कहा: “भाजपा 27 वर्षों से गुजरात में शासन कर रही है। अगर आप 27 साल में लोगों की बुनियादी समस्याओं का समाधान नहीं कर सकते हैं, तो लोगों को सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए और एक बेहतर व्यवस्था का चुनाव करना चाहिए। प्रधानमंत्री डबल इंजन की बात करते हैं। यदि दो इंजन ट्रेन को नहीं चला सकते हैं, तो एक नया इंजन लाना होगा।”
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