उखीमठ (Ukhimath) के ओंकारेश्वर मंदिर (Omkareshwar Temple) में कार्यक्रम के दौरान की गई घोषणा के अनुसार 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री केदारनाथ धाम (Shri Kedarnath Dham) के कपाट 25 अप्रैल को खुलेंगे। कपाट खुलने की तिथि पारंपरिक रूप से महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के शुभ अवसर पर निर्धारित की जाती है। श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट सीजन के लिए बंद कर दिए गए हैं, लेकिन दर्शन ओंकारेश्वर मंदिर के शीतकालीन धाम में किए जा सकते हैं।
श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (Shri Badrinath-Kedarnath Temple Committee) ने समारोह के लिए विशेष तैयारी की थी, जिसमें पूरे मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया था।
शिवरात्रि (Shivratri) के अवसर पर ओंकारेश्वर मंदिर (Omkareshwar temple) में सुबह से ही धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए। मंदिर के पुजारियों ने स्नान और भगवान का श्रृंगार करने के बाद गर्भगृह में महाभिषेक पूजा के साथ भोग लगाया। इसके बाद वेदपाठी पंचाग ने केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि निर्धारित की।
ओंकारेश्वर मंदिर परिसर में विद्यापीठ की छात्राएं, कार्यकर्ता व मंदिर समिति के ‘महिला मंगल दल’ द्वारा दिन भर भजन-कीर्तन किया जाएगा।
इससे पहले बसंत पंचमी (Basant Panchami) के अवसर पर नरेंद्र नगर स्थित राजमहल में आयोजित एक विशेष समारोह में प्रसिद्ध मंदिर के कपाट खुलने का समय और तिथि निर्धारित की गई थी। श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट अगली सुबह 27 अप्रैल को खुलेंगे।
बद्रीनाथ धाम यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ के साथ चार प्राचीन तीर्थ स्थलों में से एक है, जिसे ‘चार धाम’ के नाम से जाना जाता है। यह बद्रीनाथ के उत्तराखंड शहर में स्थित है। हर साल, यह छह महीने (अप्रैल के अंत और नवंबर की शुरुआत के बीच) के लिए खुला रहता है।
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