यूरोप में जारी मंदी और घरेलू अर्थव्यवस्था की तेज ग्रोथ से भारत टॉप 5 अर्थव्यवस्था में शामिल हो गया है। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया है। ब्रिटेन अब छठे नंबर पर है। यह जानकारी ब्लूमबर्ग ने दी है। अमेरिकी डॉलर में की गई गणना के आधार पर भारत ने 2021 की आखिरी तिमाही में ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया है। वहीं अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के जीडीपी आंकड़ों के मुताबिक 2022 की पहली तिमाही भारत ने अपनी बढ़त और मजबूत की है। अनुमानों के अनुसार इस बढ़त के साथ भारत सालाना आधार पर भी शीघ्र ही दुनिया की 5वी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
आईएमएफ के आंकड़ों और मार्च तिमाही के अंत में डॉलर के एक्सचेंज रेट के आधार पर ब्लूमबर्ग ने बताया है कि नॉमिनल कैश में भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 854.7 अरब डॉलर था। इसी दौरान और इसी आधार पर ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था का आकार 816 अरब डॉलर रहा। ऐसे में अनुमान है कि आने वाले समय में ब्रिटिश अर्थव्यवस्था के मुकाबले भारत अपनी बढ़त और मजबूत कर लेगा।
दरअसल भारत के लिए ग्रोथ अनुमान 7 प्रतिशत रखा गया है। यह दुनिया में सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज है। वहीं ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती की आशंका है। इसे देखते हुए आईएमएफ ने अनुमान दिया है कि सालाना आधार पर डॉलर मूल्य में भारत ब्रिटेन को पीछे छोड़कर पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
सालाना आधार पर भारत की अर्थव्यवस्था 3.17 लाख करोड़ डॉलर की है। यानी ब्रिटेन से कुछ पीछे ही छठे स्थान पर है। ब्रिटेन की जीडीपी फिलहाल 3.19 लाख करोड़ डॉलर की है। सात प्रतिशत की अनुमानित ग्रोथ के साथ भारत के इसी साल ब्रिटेन को सालाना आधार पर भी पीछे छोड़ सकता है।
गौरतलब है कि फिलहाल दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका है। इसके बाद चीन, जापान और जर्मनी का नंबर आता है। भारत की जीडीपी ने बीते 20 साल में 10 गुना बढ़त दर्ज की है।
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