मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों के अनुसार, जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भगोड़े भाई अनमोल बिश्नोई को अमेरिका के कैलिफोर्निया में हिरासत में लिया गया है। भारत के आपराधिक अंडरवर्ल्ड में कुख्यात अनमोल, हत्या, जबरन वसूली और प्रमुख हस्तियों पर हमले सहित कई हाई-प्रोफाइल अपराधों के लिए वांछित है।
हिरासत हस्तांतरण और आपराधिक आरोप
सूत्रों ने संकेत दिया है कि अमेरिकी अधिकारी अनमोल को हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के संबंध में कनाडाई अधिकारियों को सौंप सकते हैं, इससे पहले कि भारतीय अधिकारियों को उसकी हिरासत दी जाए।
अनमोल के आपराधिक रिकॉर्ड में 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला और इस साल अक्टूबर में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में उनकी कथित संलिप्तता शामिल है।
वह अप्रैल में बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के आवास के बाहर हुए हमले से भी जुड़ा है। मुंबई क्राइम ब्रांच ने हाल ही में अनमोल के प्रत्यर्पण की कार्यवाही शुरू की है, जो 2023 में फर्जी पासपोर्ट का उपयोग करके भारत से भाग गया था।
उसके आपराधिक इतिहास को देखते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उसकी गिरफ्तारी में सहायक सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
संगठित अपराध में भूमिका
अनमोल बिश्नोई ने अपने भाई लॉरेंस बिश्नोई के कारावास के बाद बिश्नोई गिरोह के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गिरोह का नाम जबरन वसूली, तस्करी और लक्षित हत्याओं सहित कई हिंसक अपराधों से जुड़ा रहा है। बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में कथित शूटरों के साथ अनमोल का संचार जांचकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण सुराग था।
कानूनी कार्यवाही और वारंट
मुंबई की एक अदालत ने इस साल की शुरुआत में अनमोल के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था। उसका नाम कम से कम 18 आपराधिक मामलों और NIA द्वारा दो अलग-अलग जांचों में दर्ज है, जो भारत के संगठित अपराध परिदृश्य में उसकी प्रमुखता को रेखांकित करता है।
लॉरेंस बिश्नोई का प्रभाव
अनमोल के बड़े भाई लॉरेंस बिश्नोई एक दशक से अधिक समय से संगठित अपराध में एक प्रमुख व्यक्ति रहे हैं। वर्तमान में गुजरात में कैद लॉरेंस पर मादक पदार्थों की तस्करी और हिंसक अपराधों से संबंधित आरोप हैं। कारावास के बावजूद, उसका गिरोह सक्रिय है और सीमाओं के पार अपराध करता है।
आगे क्या होने वाला है?
अनमोल बिश्नोई की हिरासत बिश्नोई गिरोह के अंतरराष्ट्रीय संचालन का पता लगाने वाली कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता है। भारत में उसके प्रत्यर्पण से गिरोह के कामकाज और उसके अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है। अनमोल की हिरासत और कानूनी कार्यवाही पर अमेरिका, कनाडा और भारत के अधिकारियों के समन्वय के कारण आगे की घटनाओं का इंतजार है।
यह भी पढ़ें- ब्याज दरें ‘अधिक किफायती’ होनी चाहिए: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण