वक्त के एक तमाचे की देर है प्यारे , फिर मेरी फकीरी क्या तेरी अमीरी क्या। 11 मार्च को जब किरण पटेल ने यह ट्ववीट किया था तब उसको अहसास नहीं था कि जल्दी ही वक्त का ऐसा तमाचा उस पर पढ़ने वाला है कि वह पीएमओ में अतिरिक्त निदेशक (रणनीति और अभियान) के तौर पर जेड प्लस सिक्योरिटी और पांच सितारा होटल , बुलेट प्रुफ गाड़ी में सफर से सीधे सलाखों के पीछे पहुंचने वाला है।
प्याज के छिलके की तरह उसके झूठ की बुनियाद पर खड़े किये गए महल ताश के पत्ते की तरह ढेर होने वाले हैं। प्याज के छिलके की तरह झूठ परत दर परत उधड़ने वाला है।
सूत्रों के मुताबिक ठग किरण को गुजरात लाने के बाद उसके खिलाफ देशद्रोह जैसी धाराओं के तहत कार्रवाई किए जाने की संभावना है।
किरण पटेल अक्टूबर 2022 से कश्मीर में सरकारी खर्चे पर मजा कर रहा था।
संघ की नजदीकी का करता था दावा , नेताओं का था दुलारा
चर्चा के मुताबिक किरण पटेल गुजरात के प्रशासनिक और सियासी गलियारों में अंजान हो ऐसा नहीं है। सीएमओ तक उसके कदम तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के जमाने से थी। बस पहचान तब संघ के कार्यकर्ता के तौर पर थी।
उसका जलवा लगातार बढ़ता गया। आंनदीबेन और विजय रुपाणी सरकार में भी वह स्वर्णिम संकुल का खुद को किरदार बताने में लगा रहा। कई नेता और अधिकारीयों ने भरोसा किया और ठगे गए। लेकिन कहे किससे?
. किरण पटेल उर्फ बंसी के घोड़ासर स्थित उनके प्रेस्टीज बंगले में भी छापेमारी कर जांच की है . पटेल ने पहले भी खुद को नरेंद्र मोदी के दफ्तर में एक उच्च अधिकारी के रूप में बताया था और उस समय भी उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी।
सेवानिवृत्त डीएसपी पी.एम. परमार की गाड़ी हजम करने पर हुयी थी पुलिस शिकायत
किरण पटेल शहर के घोड़ासर इलाके में प्रेस्टीज बंगले में किराए के मकान में रहता हैं। उनकी पत्नी पेशे से डॉक्टर हैं। इस ठग ने प्रदेश के कुछ आईपीएस अफसरों से गहरी दोस्ती बना रखी थी ।
उसके बाद कई पुलिस अधिकारियों से करोड़ों रुपये की ठगी की जा चुकी है लेकिन ये पुलिस अधिकारी बोलने को तैयार नहीं हैं. किरण और उनके भाई भावेश दोनों सेवानिवृत्त डीएसपी पी.एम. परमार से वडताल के स्वामीनारायण मंदिर के संतों को किराए पर गाड़ी देने के लिए कहने के बाद वे वापस नहीं लौटाया।
नरोडा थाने में इसकी भी शिकायत दर्ज कराई गई थी।
2021 में उसने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में पीएमओ सलाहकार समिति के सदस्य के तौर पर पहचान देने पर हो चूका है गिरफ्तार
2021 में उसने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में खुद को पीएमओ की सलाहकार समिति का सदस्य बताकर वीवीआईपी सुविधा हासिल करने की कोशिश की। लेकिन मौजूद अधिकारी को शक हुआ क्योकि अगर आधिकारिक विजिट पर पीएमओ से कोई अधिकारी आता है तो उसकी पहले से सूचना दी जाती है । ऐसा कोई पत्र न मिलने पर मामले की जांच की। पीएमओ से कोई अधिकारी नहीं जाने की जानकारी मिलने पर किरण पटेल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गयी , उसके पहले इस ठग ने इसी तरह गुजरात में पांच अलग-अलग जगहों पर वीवीआईपी सेवाएं ले चुका था।
अधिकारियों और नेताओं को लगा चुका है चूना
पीएमओ में सीधी पहुंच के चक्कर में भाजपा ने के कई पूर्व मंत्रियों और नेताओं से उनके काफी करीबी संबंध बनाए थे . उनके साथ काम करने और कई लोगों की जमीनों को हड़पने के आरोप लगे हैं। सूत्रों से पता चला है कि एक अधिकारी जो अहमदाबाद शहर में आईपीएस अधिकारी के रूप में काम कर चुका है और जो अब भाजपा विधायक है, को ढाई करोड़ का चूना लगाया है ।
साथ ही वडोदरा विधायक के साथ मिलकर में बड़े पैमाने पर गरबा का आयोजन भी किया। इस गरबा में किसी बड़े सिंगर को बुलाने की बात की गयी थी। लेकिन गायक नहीं आया। इसको लेकर काफी हंगामा हुआ और मामला थाने तक पहुंच गया। डेकोरेटर के बिल भी नहीं चुकाए गए थे । इस संबंध में वडोदरा में एक पुलिस शिकायत दर्ज की गई थी।
मोबाइल काल डिटेल में निकलेंगे अधिकारी , नेताओं और पत्रकारों के संबंध
किरण पटेल उर्फ बंसी के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली जाए तो कई आईपीएस अफसरों, नेताओं और कुछ पत्रकारों के नियमित संपर्क में रहने की बात सामने आ सकती है. किरण पटेल महंगी कारों का इस्तेमाल करता था और पत्रकारों के साथ एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया था ,जिसका नाम मोदी फाइल कहा रखा था।। सूत्रों के मुताबिक ठग किरण को गुजरात लाने के बाद उसके खिलाफ देशद्रोह की धाराओं के तहत कार्रवाई किए जाने की संभावना है। किरण पटेल अक्टूबर 2022 से कश्मीर में सरकारी खर्चे पर मजा कर रहा थ
डिग्री भी सवालों के घेरे में
किरण पटेल चर्चा में बने रहने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाता थ। उसके ट्विटर प्रोफाइल में PHD (Virginia Commonwealth University) MBA (IIM T), M Tech (Computer) , B. E. Comp. (L D. Eng.), Strategists, Campaign Designers, Editor, Information Hungry लिख रखा है लेकिन उसकी डिग्री भी फर्जी होने की सम्भावना है।
यहा यहा दर्ज हैं मामले
रावपुरा थाना, बड़ौदा शहर Case No I/0064/2019, Case Date: 7/8/2019 IPC 114, 294(KH), 406, 420, 5072, नरोडा पुलिस स्टेशन अहमदाबाद City case No I/0066/2017 Case Date: 24/02/2017 IPC 120B, 406, 420 तथा बायड़ थाना, अरावली Case No I/0047/2019, Case Date: 22/08/2019 IPC 120B, 406, 420.