जेड प्लस सिक्योरिटी के ले रहा था मजा
जम्मू कश्मीर पुलिस ने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में टॉप रैंक का अधिकारी बताने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसे श्रीनगर शहर से पकड़ा है। पकड़ा गया शख्स गुजरात का रहने वाला है। पुलिस उससे पूछताछ करने में जुटी है।
गुजरात से ताल्लुक रखने वाले डॉ किरण पटेल को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर के 5-सितारा होटल से गिरफ्तार किया, जहां वह ठहरा हुआ था।
पुलिस को शक हुआ और उसने आरोपी के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की, जो नई दिल्ली में पीएमओ में अतिरिक्त निदेशक (रणनीति और अभियान) के रूप में सामने आया।
जानकारी के मुताबिक, धोखेबाज ने लोगों को धोखा देने के लिए जाली दस्तावेज बनाए थे। जिन्होंने उसे यहां रहने के दौरान सिक्योरिटी कवर प्रदान किया था। पुलिस ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया है।
शुरुआती जांच से पता चला है कि आरोपी शख्स भोले-भाले लोगों को ठगने में कामयाब रहा है। श्रीनगर के निशात पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है और आगे की जांच जारी है।
आरोपी किरण पटेल जो खुद को PMO का अफसर बताता था। वह खुद को PMO का एडिशनल डायरेक्टर बताता था। इतना ही नहीं ठग ने जेड प्लस सिक्योरिटी, बुलेटप्रूफ SUV की सुविधाएं भी ले रखी थीं। वह हमेशा फाइव स्टार होटल में रुकता था।
किरण पटेल ने गुजरात से अधिक पर्यटकों को लाने के तरीकों को लेकर अधिकारियों के साथ बैठकें भी की थीं। दूधपथरी को टूरिज्म स्पॉट बनाने के बारे में भी उसने चर्चा की। सूत्रों के मुताबिक, ठग के बारे में जेके पुलिस को खुफिया एजेंसी ने अलर्ट किया था। इसी के बाद ही उस पर कड़ी नजर रखी गई। जैसे ही वह दोबारा जम्मू-कश्मीर दौरे पर गया उसे अरेस्ट कर लिया गया। किरण भाई पटेल पर IPC की धारा 419, 420, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
शक होने पर पुलिस ने जांच की तो वह फर्जी अफसर निकला। उसे 10 दिन पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन इसे सीक्रेट रखा गया। जेके पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तारी का खुलासा किया।
ठग ने ट्विटर बायो में लिखा है कि उसने PhD की हुई है। हालांकि, पुलिस उसकी डिग्री को लेकर भी जांच कर रही है। किरण पटेल ने जम्मू-कश्मीर की पहली यात्रा फरवरी में की थी। इस दौरान उसने सभी सरकारी सुविधाओं का फायदा उठाया। ठग ने अपने ट्विटर हैंडल में जम्मू कश्मीर दौरे के कई वीडियो पोस्ट किए हैं। उसके साथ CRPF के जवान भी नजर आ रहे हैं।
गुजरात के स्वर्णिम संकुल में भी लगाए थे चक्कर
फोटो खिचाने और सोशल मीडिया में सहारे अपना रुतबा बढ़ाने में माहिर किरण पटेल ने स्वर्णिम संकुल के भी कई चक्कर लगाए थे। नेताओं से लेकर वरिष्ठ अधिकारी और पत्रकार भी उसे पीएमओ के अधिकारी ही मान रहे थे। पटेल के ” नटवरलाल ” होने की खबर बाहर आने के बाद ट्विटर से उसे अनफॉलो कर दिया जबकि कुछ आईपीएस अधिकारी और भाजपा नेता अभी भी उसे फॉलो कर रहे है। ट्वीटर पर ब्लू टिक भी मिला है।
सूत्रों के मुताबिक किरण पटेल ने पीएमओ ने एडिशनल डायरेक्टर के तौर पर पदस्थ होने का दावा कर कई ” बड़े लोगों ” को झांसे में लिया है।
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