पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) के संयोजक अल्पेश कथिरिया ने हार्दिक पटेल से उनके इस बयान पर माफी मांगने की मांग की है, जो उन्होंने 2015 के पाटीदार आंदोलन को लेकर दिया है। गुरुवार को गांधीनगर में भाजपा में शामिल होने के बाद हार्दिक पटेल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि तब सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के लिए आंदोलन में “असामाजिक तत्व” शामिल हो गए थे।
आंदोलन के दौरान सार्वजनिक संपत्तियों को हुए नुकसान के बारे में बोलते हुए हार्दिक ने कहा था, “क्या मैंने वहां जाकर (सार्वजनिक संपत्तियों को) आग लगा दी है? जिन असामाजिक तत्वों ने ऐसा किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उनके खिलाफ भी मामले दर्ज किए गए हैं।”
हार्दिक के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए कथिरिया ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘हम उनके बयान का एक ही अर्थ समझते हैं, जैसे जिन पर मामले दर्ज किए गए थे, उन्हें उन्होंने असामाजिक कहा है। हम चाहते हैं कि हार्दिक पटेल सामने आएं और सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। हार्दिक पटेल से यह उम्मीद नहीं थी। हम वास्तव में ऐसे बयानों की निंदा करते हैं।”
कांग्रेस ने हार्दिक पर इस बयान से पाटीदार समुदाय के कार्यकर्ताओं को धोखा देने का भी आरोप लगाया, जिन्होंने 2015 के आरक्षण आंदोलन भाग लिया था। कांग्रेस नेता मनीष दोशी ने कहा, “आपको लोगों से बिना शर्त समर्थन मिला, जिसके कारण आप तेजी से उठे। आज आप अपने साथियों के आंदोलन को असामाजिक तत्वों का बता रहे हैं। यह कितना उचित है। ”
बता दें कि गुरुवार को पाटीदार नेता हार्दिक पटेल कांग्रेस छोड़ने के बाद भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद कांग्रेस ने उन पर पार्टी द्वारा दी गई जिम्मेदारियों को निभाने में विफल रहने का आरोप लगाया।
अहमदाबाद के पालड़ी स्थित राजीव गांधी भवन में गुरुवार शाम पत्रकारों से बातचीत में दोशी ने कहा, ”आप कहते हैं कि आप सिपाही के तौर पर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। इतनी कम उम्र में कांग्रेस पार्टी ने आपको सेनापति बना दिया। कांग्रेस द्वारा दी गई जिम्मेदारी का आपने क्या किया? अपनी कमियों को छिपाने के लिए आप कांग्रेस पार्टी पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। दी गई एक स्क्रिप्ट के अनुसार आपने जिस तरह से कांग्रेस के बारे में दुर्भावना की बात कही है, वह आपकी मानसिकता को दर्शाता है। ” बता दें कि पटेल ने कहा था कि वह “सिपाही” के रूप में भाजपा में शामिल हो रहे हैं और उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर “गुजरात और गुजरातियों से नफरत करने” का भी आरोप लगाया था।
हार्दिक की टिप्पणी पर भाजपा सदस्यों की भी तीखी प्रतिक्रिया हुई। वार्ड नंबर 10 से सूरत नगर पार्षद, एसएमसी में स्थायी समिति की सदस्य और भाजपा पार्टी की सूरत शहर महिला मोर्चा की महासचिव उर्वशी पटेल ने हार्दिक के बयानों के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणियां की हैं। उर्वशी ने अपने एक पोस्ट में गुजराती में कहा, “वह (हार्दिक) पाटीदार समुदाय का सबसे बड़ा और एकमात्र असामाजिक तत्व है। मैं पाटीदार समाज से आती हूं, और मैं हार्दिक पटेल के बयानों की कड़ी निंदा करती हूं, जिन्होंने कहा था कि बसों को जलाने वाले असामाजिक तत्व थे। उन्हें मीडियाकर्मियों के सामने कबूल करना चाहिए कि वह इसके लिए जिम्मेदार हैं…। मैं निश्चित रूप से उनके साथ मंच साझा नहीं करूंगी। मैं उस आंदोलन में नहीं थी, फिर भी मैं एक पाटीदार बेटी और पत्नी हूं। ”उर्वशी ने यह बात द इंडियन एक्सप्रेस से कही है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व महासचिव मोनिल ठाकर ने भी हार्दिक पर निशाना साधते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट लिखा है, “मुझे भाजपा कार्यकर्ताओं के फोन आ रहे हैं। वे सभी उनसे (हार्दिक) नाराज हैं। एक बार हम आंदोलन के दौरान उनके खिलाफ खड़े हुए थे। तब हमें पाटीदार सदस्यों की आक्रामकता और गुस्से का सामना करना पड़ा था। अब हार्दिक पटेल जैसे नेता भी पार्टी में लिए जाने लगे हैं। यह अस्वीकार्य है।”
इस बीच, हार्दिक पटेल के भाजपा में शामिल होने पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के गुजरात अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने कहा, “यह दिखाता है कि भाजपा किस हद तक डरी हुई है। बहरहाल जब शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, बुनियादी सुविधाओं जैसे मुद्दों की बात आती है तो हम गुजरात में बदलाव लाने के लिए अपना काम जारी रखेंगे…।”
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