पंचायत सेवा वर्ग-3 कनिष्ठ लिपिक की परीक्षा कल रविवार 9 अप्रैल को होगी। जिसमे 9 लाख 53 हजार 723 परीक्षार्थी 3 हजार केंद्रों पर परीक्षा में शामिल होंगे।
यह परीक्षा ना केवल अभ्यर्थियों बल्कि गुजरात सरकार और जीपीएसएसबी के लिए होगी। अभ्यर्थियों की सबसे बड़ी चिंता और सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती परीक्षा को सुचारु संपन्न कराना है। यह परीक्षा पहले 29-1-2023 को होनी थी, लेकिन पेपर लीक होने के कारण परीक्षा रद्द करनी पड़ी। ऐसे में छात्रों के सामने बड़ी चिंता पेपर लीक को लेकर है।
गीता मंदिर से महिसागर जा रहे छात्र मेहुल पटेल ने कहा की बस स्टैंड की भीड़ देकर ही छात्रों की परेशानी समझी जा सकती है। ऐसे में पेपर ना फूटे तो अच्छा। पिछली बार भी अच्छी तैयारी थी , लेकिन बाद पेपर लीक होने की वजह से परीक्षा नहीं हो पायी। इसी तरह साधना सावलिया की भी पेपर बेहतर होने से ज्यादा चिंता परीक्षा सुचारु संपन्न होने की है।
गुजरात सरकार ने परीक्षा सुचारु संपन्न कराने के लिए इस बार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। राज्य परिवहन निगम द्वारा परीक्षार्थियों को ले जाने के लिए एसटी विभाग द्वारा 6 हजार विशेष बस चलायी गयी है। साथ ही विशेष ट्रेन का भी प्रबंध किया गया है।
जीपीएसएसबी के अध्यक्ष हसमुख पटेल ने कहा कि जूनियर क्लर्क अभ्यर्थियों की चेकिंग वॉरेन कैमरों से की जाएगी. उम्मीदवारों को सुबह 11:45 बजे परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा। साथ ही अगर कोई डमी परीक्षार्थी अंदर घुसने की कोशिश करता है तो उसे गेट पर ही पकड़ लिया जाएगा।
आईपीएस हसमुख पटेल ने परीक्षा की जानकारी देते हुए बताया कि यदि परीक्षा 12:30 बजे होनी है तो परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर 11:45 बजे तक पहुंचना होगा और आधा घंटा पहले कक्षा में पहुंचना होगा. बाद में किसी भी अभ्यर्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। कारण यह है कि हम 15 मिनट पहले ओएमआर शीट दे देते हैं और यह व्यवस्था इसलिए की जाती है कि अंतिम समय पर जाने वाले परीक्षार्थी के कारण कोई भ्रम न हो, कोई भी अंतिम समय पर पहुंचकर कुछ गलत करने की कोशिश न करे। हम इस मामले पर बहुत स्पष्ट हैं कि कोई भी उम्मीदवार जो कहीं से भी यात्रा कर रहा हो लेकिन लेकिन समय के पहले परीक्षा केंद्र पहुंच जाये। परीक्षा शुरू होने के आधा घंटा पहले ही उसे परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
एक उम्मीदवार परीक्षा केंद्र के अंदर पेन, पहचान पत्र (चुनाव कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस) और कॉल लेटर के अलावा कुछ भी नहीं ले जा सकता है। इसके साथ ही परीक्षार्थियों के जूते-चप्पल उतारकर जांच करने का निर्णय लिया गया है और कक्षा में प्रवेश करने से पहले परीक्षार्थियों के जूते-चप्पल भी उतरवा दिए जाएंगे।
आईपीएस हसमुख पटेल ने कहा कि मुझे लगता है कि इस बार कोई डमी परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र तक पहुंचने की कोशिश नहीं करेगा।
राज्य में तीन हजार से अधिक केंद्र हैं। यह परीक्षा 32 जिलों में आयोजित की जाएगी। प्रशासन ने प्रत्येक जिले के भीतर अतिरिक्त पर्यवेक्षक और उड़न दस्ते बनाए हुए हैं। राज्य में 500 से अधिक उड़न दस्ते हैं। प्रत्येक कक्षा के भीतर कक्षा पर्यवेक्षक, केंद्रीय प्रशासक के ऊपर एक पर्यवेक्षक होता है। प्रत्येक कक्षा के अंदर सीसीटीवी कैमरे हैं, सीसीटीवी कैमरे कक्षाओं के बाहर लॉबी में भी रखे गए हैं। पुलिस समेत परीक्षा में शामिल लोगों के मोबाइल फोन ले लिए जाएंगे। हसमुख पटेल ने कहा कि परीक्षा समाप्त होने तक मोबाइल का उपयोग नहीं किया जाएगा, मोबाइल को बोर्ड के प्रतिनिधि द्वारा जब्त कर लिया जाएगा।
पिछले 9 सालों में परीक्षाओं के पेपर हुए लीक
2014: GPSC मुख्य अधिकारी का पेपर
2015: तलाटी पेपर
2016 : जिला पंचायत तलाटी परीक्षा
2018: टीएटी-
2018: मुख्य-सेविका
2018: नायब चिटनिस
2018: एलआरडी-लोक रक्षक दल
2019: गैर-सचिवालय लिपिक
2021 : प्रधान लिपिक
2021: डीजीवीसीएल विद्युत सहायक
2021: सब ऑडिटर
2022: वन रक्षक
2023: कनिष्ठ लिपिक
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