शिक्षा मंत्री जीतू वाघाणी का शिक्षा को लेकर दिया गया बयान भारी पड़ रहा है ,जंहा विपक्ष उन पर आक्रामक है वही नागरिक समाज से भी उन पर सवाल उठ रहे रहे हैं। उन्होंने कहा था की , “जो लोग गुजरात की शिक्षा को पसंद नहीं करते हैं, उन्हें जहां जाना चाहिए वहां जाना चाहिए।”
वहीं विपक्ष समेत कई लोगों ने उनके बयान का विरोध किया. ऐसी परिस्थितियों में वह आज अहमदाबाद में साइंस सिटी के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में शामिल होने से बचते रहे और कार्यक्रम में वर्चुअल तौर से शामिल हुए।
इस कार्यक्रम के अलावा, गुजरात विश्वविद्यालय के केसीजी में पांच परियोजना सम्बंधित कार्यक्रम थे। जिसमें प्रदेश भर से कई शिक्षक पहुंचे। लेकिन मुख्य अतिथि जीतू वाघाणी इस कार्यक्रम में भी नहीं पहुंचे
अंतरिक्ष उपनिवेशीकरण कार्यक्रम का संचालन इसरो, गुजकोस्ट और गुजरात साइंस सिटी द्वारा किया गया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री जीतू वाघाणी थे। लेकिन अंतिम समय में उन्होंने कार्यक्रम में आना टाल दिया और बाद में वे वर्चुअल तौर से कार्यक्रम में शामिल हो गए।
गौरतलब है कि शिक्षा के मुद्दे पर जीतू वाघाणी की बात को फ़िलहाल ट्विटर पर ट्रोल किया जा रहा है. एक दिन में 199k से ज्यादा लोग ट्रोल कर चुके हैं।
तब दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मुद्दे पर शिक्षा मंत्री जीतू वाघाणी के बयान को रीट्वीट किया था। उन्होंने ट्वीट किया कि कल गुजरात के शिक्षा मंत्री ने गुजरात के लोगों को धमकी दी थी कि ”जो भी अच्छी शिक्षा चाहता है वह दिल्ली चले जाए.” बीजेपी 27 साल में भी अच्छी शिक्षा नहीं दे पाई है. लोगों को गुजरात छोड़ने की जरूरत नहीं है।
गुजरात में “आप” सरकार लाओ और गुजरात में दिल्ली जैसी अद्भुत शिक्षा प्राप्त करो। कल जीतू वाघाणी ने दिल्ली की शिक्षा नीति पर परोक्ष रूप से हमला बोला और आज आम आदमी पार्टी के नेता ट्वीट कर जीतू वाघाणी पर हमला बोल रहे हैं.
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