कोविड के बढ़ते संक्रमण के कारण 28 जनवरी से एक फरवरी तक चलने वाले जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) के 15 वें संस्करण को फिलहाल टाल दिया गया है। यह जानकारी शुक्रवार को आयोजकों ने दी। यह अब 5 से 14 मार्च के बीच आयोजित होगा।
इस महोत्सव में दुनिया भर के लगभग 250 लेखकों, विचारकों, राजनेताओं और लोकप्रिय संस्कृतकर्मियों के भाग लेने की उम्मीद है, जो हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जाएगा। आयोजकों के मुताबिक, यह 5-9 मार्च से वर्चुअल रूप में आयोजित होगा। लेकिन 10-14 मार्च वाले आयोजन में लोगों को फेस्टिवल में आने की अनुमति होगी।
फेस्टिवल के प्रोड्यूसर संजय के रॉय ने एक बयान में कहा, “नए वेरिएंट के आने और देश भर में इसके बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए हमने मार्च 2022 में महोत्सव को फिर से निर्धारित करने और इसे आयोजित करने के लिए सोचा है। हम महोत्सव को जयपुर में ही करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसमें भाग लेकर आनंद लेने का अनुभव, किताबों और विचारों पर संवाद, चर्चा और बहस को बढ़ावा दिया जाएगा। “
बता दें कि भारत में शुक्रवार को कोविड-19 के 1,17,100 नए मामले दर्ज किए हैं। वायरस तेज गति से फैल रहा है, जो काफी हद तक विषाणुजनित ओमीक्रोन वेरिएंट है।
इस वर्ष फेस्टिवल का पारंपरिक स्थल भी बदलेगा। अबकी यह डिग्गी पैलेस के बजाय जयपुर में ही होटल क्लार्क्स में आयोजित होगा। जिसमें भीड़ को समायोजित करने और सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार कोविड-19 के सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए अतिरिक्त सुविधाएं होंगी।
इस बार फेस्टिवल में तुर्की के सबसे अधिक बिकने वाले उपन्यासकार एलिफ शफाक, हॉलीवुड अभिनेता-लेखक रूपर्ट एवरेट, पुरस्कार विजेता श्रीलंकाई लेखक शेहान करुणातिलका, प्रसिद्ध जमैका के कवि केई मिलर, बुकर पुरस्कार विजेता डेमन गलगुट, 2003 बुकर पुरस्कार विजेता डीबीसी पियरे ब्रिटिश और इतिहासकार-जीवनी लेखक एंड्रयू लॉनी भी भाग लेंगे।