अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव का आयोजन गुजरात सरकार के पर्यटन विभाग ने 8 जनवरी से किया है।गुजरात के चार शहरों में आयोजित पतंग महोत्सव में 65 देशों के पतंगबाज़ भाग लेंगे। आज़ादी का अमृत महोत्सव और G -20 की भारत को मिली मेजबानी पतंगोत्सव की थीम निर्धारित की गयी है। 2 साल बाद आयोजित हो रहे अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव को व्यापक रूप देने के लिए पर्यटन विभाग के अधिकारी लगातार बैठक कर रहे है। कैबिनेट की बैठक में भी आयोजन को अंतिम रूप दिया गया।
कोरोना काल के बाद पहली बार गुजरात सरकार ने पतंग महोत्सव आयोजित करने की योजना बनाई है।पतंग महोत्सव राज्य के 4 शहरी क्षेत्रों में आयोजित किया जाएगा। प्रदेश में 14 जनवरी 2023 तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव में विदेशी पतंगबाज भी भाग लेंगे। इससे पहले साल 2021 और 2022 में पतंग महोत्सव को कोरोना महामारी के चलते रद्द कर दिया गया था।
8 जनवरी से 14 जनवरी की रात के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है। पतंग महोत्सव में गुजरात के प्रसिद्ध कलाकार प्रस्तुति देंगे। गुजरात की लोक कलाओं का प्रदर्शन करने वाले विभिन्न कलाकार पतंग उत्सव में भाग लेंगे। इसके अलावा पतंग महोत्सव में सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जाएगा। प्रदेश में पतंग उत्पादन कैसे होता है, इस पर कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी। रिवर फ्रंट पर तरह-तरह के स्टॉल लगाए जाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव में आजादी का अमृत महोत्सव और जी-20 शिखर सम्मेलन की थीम रखी जाएगी। देश पहली बार जी-20 समिट की मेजबानी कर रहा है, ऐसे में काइट फेस्टिवल में जी-20 समिट के कुछ अंश देखने को मिलेंगे. इसके अलावा देश में आजादी के 75 साल पूरे होने के जश्न के तौर पर इसकी कुछ झलकियां पतंगबाजी के रूप में देखने को मिलेगी.
पतंग महोत्सव में दुनिया के 65 देशों को आमंत्रित किया जाएगा। विदेश से आने वाले पतंगबाजों के लिए व्यवस्था की जा रही है। पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अहमदाबाद और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में उत्सव में विदेशी पतंगबाज़ भी शामिल होंगे।
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