जून 2022 को समाप्त हुए वर्ष में लगभग 118,000 भारतीय छात्रों को Britain में अध्ययन करने के लिए वीजा मिला। यह पिछले वर्ष की तुलना में 89 प्रतिशत अधिक है। यह जानकारी ब्रिटिश उच्चायोग ने दी है।
‘यूके इमिग्रेशन स्टैटिस्टिक्स’ में बताया गया है कि भारत अब चीन को पछाड़कर ब्रिटेन में प्रायोजित अध्ययन वीजा वाले सबसे बड़े देश के रूप में है।
इसमें कहा गया है कि ब्रिटेन दरअसल छुट्टियां मनाने के लिए भी भारतीयों का पसंदीदा बना हुआ है। यही कारण है कि भारतीय नागरिकों को दिए गए आगंतुक यानी विजिटर वीजा का अनुपात 28 प्रतिशत है, जो काफी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, जून 2022 को समाप्त हुए वर्ष में 258,000 से अधिक भारतीय नागरिकों को विजिट वीजा प्राप्त हुआ, जो पिछले वर्ष की तुलना में 630 प्रतिशत अधिक है, जब कोविड-19 के कारण यात्रा प्रतिबंध भी लागू थे।
उच्चायोग ने कहा कि भारतीय नागरिकों को भी कुशल और मौसमी श्रमिकों सहित वर्ष में लगभग 103, 000 कार्य वीजा प्राप्त हुए, यह पिछले वर्ष की तुलना में 148 प्रतिशत अधिक थी। उच्चायोग के मुताबिक, शीर्ष राष्ट्रीयता वाले कुशल श्रमिक वीजा वालों में भारतीय शीर्ष पर बने हुए हैं, जो वैश्विक स्तर पर दिए गए सभी स्किल्ड वर्क वीजा का 46 प्रतिशत है।
भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा, “भारत फिर से आगे। मुझे खुशी है कि जून 2022 को समाप्त हुए वर्ष में भारतीय नागरिकों को ब्रिटेन के अध्ययन, कार्य और आगंतुक (विजिटर) वीजा की सबसे बड़ी संख्या जारी की गई।
जैसा कि यह दिखाता है, हम वीजा की अभूतपूर्व मांग का अनुभव कर रहे हैं। मैं छात्रों को जल्द से जल्द पढ़ाई शुरू करने के लिए जल्द से जल्द आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं।”