- कंपनी को 25 रुपये मिला प्रति तिरंगा भाव ,4500 श्रमिक लगे काम पर
इस बार की आज़ादी का महापर्व गुजरात के लिए खास होगा , क्योकि देश के एक करोड़ घर में जो तिरंगा ( Indian flag) बनाया जायेगा वह गुजरात में बना होगा। सरकार के पर्यटन विभाग की तरफ से गुजरात के टेक्सटाइल सिटी सूरत के एक कपड़ा निर्माता को करीब एक करोड़ तिरंगा बनाने का काम सौंपा गया है.
जिसका प्रोडक्शन भी इन्होंने ही शुरू कर दिया और ये सभी तिरंगे बनकर तैयार हो गए है। सूरत ( SURAT) की इस मिल में बन रहा तिरंगा ( National flag ) पूरे देश के अलग-अलग राज्यों और शहरों में भेजा जाएगा. लेकिन एक अहम तथ्य यह है की तिरंगा वही कंपनी को बनाने का काम मिला है जिसने मोदी टोपी ( Modi Cap )बनायीं थी।
भारत सरकार ने पहली बार इसके लिए फ्लैग कोड को बदला है
सूरत के एक कपड़ा निर्माता लक्ष्मीपति समूह( Lakshmipati group ) को 25 रुपये की दर से एक करोड़ त्रिरंगा बनाने का काम मिला है। लक्ष्मीपति समूह के एमडी संजय सरावगी ( Sanjay Saravagi ) ने वाइब्स ऑफ इंडिया को बताया की भारत सरकार ने पहली बार इसके लिए फ्लैग कोड को बदला है , जिसके तहत पोलिस्टर के त्रिरंगे बनाये जा सकते है। सरावगी ने बताया की लगभग 15 दिन में लगकर 4500 श्रमिकों ने एक करोड़ त्रिरंगो को तैयार किया है
। संजय सरावगी जोर देकर कहते है की मोदी टोपी भी उन्होंने ही बनायीं थी , वह डिजाइन भी उन्ही की है। जिसे पुरे देश में भाजपा कार्यकर्ता पहन रहे है , वह कहते है की अभी मोदी टोपी भी बन रही है।
यह तिरंगा भेजे कैसे जायेंगे के जवाब में संजय ने बताया की यह मंत्रालय का काम है , हमने बना दिया है , अब वह जहाँ चाहे ले जाये।
1 अगस्त से देश के डाक घरों ( Post office ) से त्रिरंगा झंडा लोगो को दिया जायेगा। हालाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भले ही 22 जुलाई को ट्ववीट कर घर घर त्रिरंगा झंडा फ़ैलाने का आह्वान किया हो लेकिन सरकार के स्तर पर पहले ही तैयारी हो गयी थी।