देश जिस गुजरात मॉडल पर चलने की कोशिश कर रहा है ,उसकी तस्वीर जितनी आकर्षक है , हक़ीक़त उससे जुदा है | राज्य की राजधानी गांधीनगर के सेक्टर 3 में नवरात्रि चौक के पास एक सफाईकर्मी को गटर में उतारा गया बिना किसी सुरक्षा के |
यह पिछले कुछ सप्ताह में तीसरी बार हुआ है जब बिना किसी सुरक्षा के गटर में उतारा गया हो , वह भी राजधानी की नाक के नीचे यानि अहमदाबाद में | दलित एक्टविस्ट और गुजरात विधानसभा के निर्दलीय सदस्य जिग्नेश मेवाणी ने मानवाधिकार और संविधान का उल्लंघन बताते हुए जिम्मेदार के प्रति पुलिस कार्यवाही की मांग की |
गौरतलब है की सोसल मीडिया में बिना किसी सुरक्षा के एक सफाई कर्मचारी गटर में एक लोहे की चैन के सहारे उतरते दिख रहा है | वायरल विडिओ को अपने ट्वीटर एकाउंट से प्रधानमंत्री कार्यालय , मुख्यमंत्री कार्यालय ,डीजीपी तथा गांधीनगर कलेक्टर को ट्वीट करते हुए एफआईआर दर्ज कराने की मांग की |
निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने बातचीत के दौरान आरोप लगाया की सरकार और प्रशासन इस गंभीर मामले को लेकर उदासीन है , यह स्पष्ट तौर से मानवाधिकार का उल्लंघन है | विदित हो की जनवरी 2019 में मानव गरिमा ट्रस्ट की सुनवाई के दौरान गुजरात उच्च न्यायालय ने गुजरात सरकार ने आदेश दिया था की वह सुनिश्चित करे की कोई सफाईकर्मी गटर में उतरकर सफाई ना करे |