पूर्व गृह मंत्री विपुल चौधरी ( Vipul Choudhary )की गिरफ्तारी के बाद उत्तर गुजरात की सियासत गरमा गई है. विधानसभा चुनाव में अब चंद महीने ही बचे हैं, चौधरी समाज विपुल चौधरी की गिरफ्तारी का विरोध हो रहा है। चौधरी के समर्थन में जगह-जगह बाइक रैली ,विरोध प्रदर्शन , जनसभा हो रही है . धनोरा के थावर गांव में चौधरी समाज का अधिवेशन हुआ जिसमें चौधरी समाज के करीब 20 हजार लोग विपुल चौधरी के समर्थन में मौजूद रहे. समरवाड़ा से थावर तक चौधरी समाज की विशाल बाइक रैली का भी आयोजन किया गया. इस दौरान अर्बुदा सेना के मूकजी चौधरी ने धमकी भरे लहजे में “कहा कि अगर रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद विपुल चौधरी को रिहा नहीं किया गया तो डबल इंजन की सरकार को सिंगल इंजन की होते देर नहीं लगेगी। ” इस दौरान हजारों लोगों ने विपुल चौधरी के कटआउट के साथ तस्वीर खिंचवाई , साथ ही चौधरी की तस्वीरों का रैली में भी इस्तेमाल किया गया।
विपुल चौधरी के समर्थन में आयोजित अधिवेशन में दूधसागर डेयरी के पूर्व उपाध्यक्ष मोगाजी चौधरी मौजूद रहे. उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने विपुल चौधरी को नहीं बल्कि चौधरी समाज को जेल भेजा है. अधिवेशन में मौजूद चौधरी समाज के नेताओं ने सरकार पर दुर्भावना का आरोप लगाते हुए सात दिन की चेतावनी दी नेताओं ने कहा कि अगर विपुल चौधरी के खिलाफ शिकायत सात दिनों के भीतर वापस नहीं ली गई और उन्हें रिहा नहीं किया गया तो गांधी मार्ग पर आंदोलन होगा.
पूर्व गृह मंत्री और दूध सागर डेयरी के तात्कालिक चेयरमैन विपुल चौधरी (Vipul Choudhary, former home minister and immediate chairman of Doodh Sagar Dairy) बुरी तरह से फसते दिख रहे हैं। उत्तर गुजरात में दबदबा रखने वाले इस सहकारी नेता की गिरफ्तारी के बाद गठित एसआईटी SIT विपुल चौधरी की पत्नी , पुत्र समेत 50 से अधिक नजदीकी रिश्तेदारों , पुत्र के मित्र तथा व्यावसायिक भागीदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी में हैं।
एसआईटी को सबूत मिले हैं कि भ्रष्टाचार के कमाए धन में यह अलग अलग भूमिका में लाभान्वित थे। जाँच का दायरा बढ़ने पर एसआईटी टीम में तीन और पुलिस निरीक्षक स्तर के अधिकारीयों का समावेश किया गया है। जिसमे आर वी विंछी ,जे पी सोलंकी ,तथा एम एम सरवैया का समावेश है। एसआईटी में पहले से डीआईजी मकरंद चौहाण (DIG Makrand Chauhan ), डीवायएसपी आशुतोष परमार( DYSP Ashutosh Parmar ),तथा 3 पुलिस निरीक्षक शामिल थे।
गुजरात के पूर्व गृह मंत्री और दूधसागर डेयरी के पूर्व चेयरमैन विपुल चौधरी (Vipul Chaudhary, former home minister of Gujarat and former chairman of Dudhsagar Dairy) की गिरफ्तारी के बाद कई राजनेता जांच के घेरे में पहले ही दौर में आते दिख रहे हैं , , उत्तर गुजरात की राजनीति के लम्बे समय तक केंद्र रहे चौधरी को एनडीबीडी NDBD का चेयरमैन बनाने के लिए कथित तौर गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला( Former Chief Minister Shankar Singh Vaghela )और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अर्जुन मोढवाडिया (Former Leader of Opposition Arjun Modhwadia) ने सिफारिशी पत्र लिखा था। इसी पत्र के सिलसिले में गवाह के तौर पर मेहसाणा कोर्ट ने वाघेला और मोढवाडिया को नोटिस इश्यू किया है। दोनों नेताओं को 6 अक्टूबर को अदालत में पेश होना है।
गुजरात -पूर्व सैनिकों ने राज्यपाल से मांगा समय , लौटाएंगे सेवा पदक