अहमदाबाद नगर निगम (AMC) द्वारा डोर-टू-डोर पहल में एकत्र किए गए लगभग 3,300 मीट्रिक टन (एमटी) ठोस कचरे में से लगभग 250-300 मीट्रिक टन कचरा प्लास्टिक के विभिन्न रूप हैं। कुछ अनुमानों के अनुसार शहर की जनसंख्या 85 लाख को देखते हुए, प्रत्येक अहमदावादी औसतन लगभग 30 ग्राम प्लास्टिक कचरा (plastic waste) या सालाना 10.9 किलोग्राम उत्पन्न करता है।
एएमसी अधिकारियों का दावा है कि पिछले पांच वर्षों में यह संख्या कम हो गई है। हालांकि 2018 में, प्लास्टिक कचरे (plastic waste) का हिस्सा लगभग 370MT था, और प्रति व्यक्ति प्लास्टिक कचरा लगभग 43 ग्राम उत्पन्न हुआ था।
एएमसी के डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर (सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट) सी आर खरसान कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, मॉल और प्रमुख व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में कपड़े और पेपर बैग को बढ़ावा देने के साथ-साथ 120 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक कप और पॉलीथिन बैग पर प्रतिबंध लगाने जैसी पहल की गई है। उन्होंने कहा, “इस तरह की पहल से शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक फुटप्रिंट को कम करने में मदद मिलती है।”
एएमसी के अधिकारियों ने कहा कि आज घरेलू ठोस कचरे (domestic solid waste) से लगभग 50 मीट्रिक टन प्लास्टिक का रिसाइकल किया जाता है। प्रमुख आवासीय कॉलोनियों और क्लबों को अपने स्वयं के ठोस कचरे को संसाधित करने के लिए अनिवार्य करने के लिए नियम भी बनाए गए हैं। उन्होंने दावा किया कि व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले पॉलीथिन बैग के लिए, अधिकांश प्रतिष्ठान बायोडिग्रेडेबल सामग्री का उपयोग करते हैं। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती अलगाव और जन जागरूकता की है। शहर के एक पर्यावरणविद हरिनेश पंड्या ने कहा कि नीतियां और सर्कुलर ठीक हैं, लेकिन यह अक्सर सार्वजनिक कार्रवाई में तब्दील नहीं होते हैं।
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