यदि आपको शराब पीने का शौक है तो आपके लिए आम आदमी पार्टी शासीत दिल्ली आपके लिए देश में सबसे बेहतर राज्य हो सकता है | गुजरात बिहार में तो पुरी तरह से शराबबंदी है ( विपक्ष इसे कागजी शराबबंदी कहते हैं ) तो देश के बाकी राज्यों में भी अलग अलग त्योहारों में भी शराब निषेध दिनों की संख्या अलग अलग है कही एक महीने से ज्यादा तो कही लगभग तीस दिन | लेकिन दिल्ली में अब महज 3 दिन ही शराब निषेध दिन के तौर पर होंगे ,पहले इन दिनों की संख्या 21 थी |शराब निषेध दिन अब केवल गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) और गांधी जयंती (2 अक्टूबर) को मनाया जाएगा।शराब निषेध दिन की संख्या में कटौती के प्रस्ताव के साथ नई आबकारी नीति पिछले साल अधिसूचित की गई थी।
वर्ष 2022 के लिए “उपायुक्त (आबकारी) आनंद कुमार तिवारी ने आदेश में कहा “दिल्ली आबकारी नियम, 2010 के नियम 52 के प्रावधानों के अनुसरण में, यह आदेश दिया जाता है कि – गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती – राष्ट्रीय राजधानी में आबकारी के सभी लाइसेंसधारियों द्वारा ‘ ड्राई डे ‘ के रूप में मनाया जाएगा। तिवारी ने अपने आदेश में कहा कि सरकार समय-समय पर साल के किसी भी दिन को सूखा दिवस घोषित कर सकती है।
उन्होंने कहा, “उपरोक्त सूची में किए गए किसी भी बदलाव के कारण लाइसेंसधारक किसी भी मुआवजे के हकदार नहीं होंगे।”
आदेश में आगे कहा गया है कि इस आदेश को लाइसेंस प्राप्त परिसर में एक प्रमुख स्थान पर प्रदर्शित किया जाना चाहिए|
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 2018 के सरकारी सर्वेक्षण के अनुसार, अनुमानित 16 करोड़ लोग भारत में शराब पीते है।2015-16 के राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण -4 (एनएफएचएस -4) में कहा गया है कि भारत में 29.2% पुरुष और 1.2% महिलाएं शराब का सेवन करती हैं।”भारत में शराब की खपत पर एक ठोस राष्ट्रीय नीति नहीं है,”