कश्मीरी पंडितों के नरसंहार , उनके साथ हुए अत्याचार ,यौन शोषण ,लूट और सामूहिक पलायन पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल किया कि क्या लखीमपुर फाइल्स भी बनेगी? अखिलेश ने कहा कि लखीमपुर-खीरी में किसानों को गाड़ियों से रौंदा गया तो इस पर फिल्म क्यों नहीं बन सकती। समाजवादी पार्टी के सुप्रीमों अखिलेश यादव ने सीतापुर के महमूदाबाद उक्त बयान मीडिया कर्मियों से बात करते हुए व्यक्त किये। द कश्मीर फाइल्स पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि लखीमपुर फाइल्स भी बननी चाहिए।
विवादों के बीच पीएम की तारीफ से हाउसफुल हो रही है फिल्म
द कश्मीर फाइल्स 11 मार्च को रिलीज होने के बाद से ही लगातार विवादों में है। इस फिल्म पर सोशल मीडिया पर वाद-विवाद भी हो रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि फिल्म मुसलमानों के खिलाफ है जबकि कुछ लोग फिल्म को सच्चाई पर आधारित बता रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फिल्म के निर्माता-निर्देशकों की टीम से मिले। उन्होंने मंगलवार को ही बीजेपी संसदीय दल की मीटिंग में भी इस फिल्म की चर्चा की और कहा कि देश में कई घटनाओं पर दशकों से पर्दा डाला जाता रहा, प्रधानमंत्री की सहराना के बाद से फिल्म हाउस फूल जा रही है। गुजरात , उत्तरप्रदेश , मध्यप्रदेश , हरियाणा समेत कई भाजपा शाषित राज्यों ने फिल्म को टैक्स फ्री घोषित किया है।
क्या है लखीमपुर कांड?
”भाजपा जीत गई है, अब तुम्हें देख लेंगे।” लखीमपुर खीरी हत्याकांड में गवाह को मिली धमकी
ध्यान रहे कि पिछले वर्ष अक्टूबर को लखीमपुर-खीरी के तिकुनिया में एक जीप किसानों के झुंड को रौंदते हुए आगे बढ़ गई थी। उस घटना में चार किसानों की समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी। जिसमे पत्रकार और भाजपा कार्यकर्ता भी शामिल थे। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा इस घटना के मुख्य आरोपी थे। बाद में एसआईटी ने आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। आशीष 15 फरवरी को बेल पर रिहा हुए थे। वो 10 अक्टूबर से जेल में थे। उत्तर प्रदेश में भाजपा की दुबारा सरकार बन जाने पर इस केस के गवाहों को धमकाने की शिकायत सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने की थी।