गुजरात मोडल शिक्षा के क्षेत्र में ना केवल विफल हो रहा है बल्कि वह निजीकरण के लिए पूरा मैदान भी छोड़ रहा है। नए स्कूल बनाने की बजाय 399 निजी प्राथमिक स्कूलों को अनुमति देने के बाद विधानसभा में एक हकीकत सामने आई है जिसमें कहा गया है कि गुजरात के 13 हजार 818 प्राथमिक विद्यालयों में कंप्यूटर लैब ही नहीं है.
सरकार ने विधानसभा में स्वीकार किया कि प्रदेश के 13 हजार 818 प्राथमिक विद्यालयों में इस समय कंप्यूटर लैब की कमी है और इस हकीकत को कड़वा कहा जा सकता है.
सवाल तो यह है कि क्या गुजरात के बच्चे ऐसे पढ़ेंगे?सरकारी स्कूलों में डिजिटल लैब की कमी है और इससे राज्य के 13 हजार 818 स्कूल लैब से वंचित हैं.
डिजिटल इंडिया के दावों के बीच गुजरात के विकट हालात की हकीकत सामने आ गई है और इसे लेकर कई तरह के सवाल किए जा रहे हैं.
विधानसभा में सामने आया है कि दाहोद, छोटाउदपुर, अहमदाबाद, मेहसाणा, कच्छ, पाटन के स्कूलों में कंप्यूटर लैब का अभाव है.
दाहोद के 1024 विद्यालय, छोटाउदपुर के 928 विद्यालय, अहमदाबाद मनपानी के 273 विद्यालय, अहमदाबाद जिले के 470 प्राथमिक विद्यालय, मेहसाणा के 991 विद्यालय, कच्छ के 739 विद्यालय, पाटन के 786 प्राथमिक विद्यालय में कंप्यूटर पढ़ाने वाले शिक्षक भी नहीं है।
किसान बिजली बिल जमा नहीं करे , कनेक्शन कटेगा तो हम जोड़ेंगे -आप