- मस्जिद के ट्रस्टी 4 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
- पैसे का लालच देकर छगन परमार को बनाया अब्दुल रहमान परमार
- खेत मजदूर छगन को मस्जिद में दी नौकरी , नहीं दिया दो साल से वेतन
16 साल पहले भरूच में एक हिंदू व्यक्ति को कथित रूप से इस्लाम में परिवर्तित करने के आरोप में एक मस्जिद के ट्रस्टियों सहित चार लोगों को
भरूच पुलिस ने गिरफ्तार किया है , दो साल से वेतन ना मिलने पर मौलवी , मस्जिद के चार ट्रस्टियो के खिलाफ हिन्दू से मुसलमान बने व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराइ।
भरूच के आमोद तालुका के पुरसा गांव के रहने वाले छगन परमार (65) ने अनवर पठान, जमाल सिंधा, इमरान मालेक, जहांगीर मालेक और मौलवी अब्दुल नबी नपीवाला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। की 16 साल पहले उसको लालच देकर उसका धर्मांतरण कराया गया था। सभी आरोपी और फरियादी एक ही गांव के निवासी है।
आरोपियों ने आधार कार्ड और चुनाव पहचान पत्र जैसे दस्तावेजों पर परमार की पहचान भी बदल दी
परमार ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि आरोपी ने 2006 में उसे जबरदस्ती इस्लाम में परिवर्तित कर दिया था। मौलवी अब्दुल नबी नपीवाला और मरियम मस्जिद के चार ट्रस्टी ने उसे पैसे का लालच दिया और उसका धर्मान्तरण कराया , परमार पहले एक खेत मजदूर के रूप में काम करता था।धर्मान्तरण के बाद उसे मस्जिद में नौकरी दी गयी , वह मस्जिद की देखरेख का काम करता था। शिकायतकर्ता परमार ने आरोप लगाया कि बाद में उन्हें मस्जिद की बंगी नियुक्त किया गया (एक व्यक्ति जो मस्जिद की देखभाल करता है और अज़ान देता है)।पुलिस ने बताया कि परमार को पिछले दो साल से वेतन नहीं दिया गया था.मुस्लिम बनने के बाद शिकायतकर्ता का नाम बदलकर अब्दुल रहमान परमार कर दिया गया। आरोपियों ने आधार कार्ड और चुनाव पहचान पत्र जैसे दस्तावेजों पर परमार की पहचान भी बदल दी थी ।
इन धाराओं में दर्ज हुयी शिकायत
पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ गुजरात धर्म स्वतंत्रता (संशोधन) विधेयक, 2021 अधिनियम की धारा 4 और 5 और आईपीसी की विभिन्न धाराओं सहित 406 (आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी), और अत्याचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। .
मौलवी अब्दुल नबी नपीवाला फरार
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अनवर पठान, जमाल सिंधा, इमरान मालेक और जहांगीर मालेक को गिरफ्तार कर लिया, जबकि मौलवी अब्दुल नबी नपीवाला अंडरग्राउंड हो गया है।बुधवार को पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 466 (सार्वजनिक रजिस्टर के रिकॉर्ड की जालसाजी), 467 (दस्तावेजों और संपत्ति के निशान से संबंधित अपराध) सहित आईपीसी की और धाराएं जोड़ीं।
भरूच के पुलिस उपाधीक्षक जेएस नाइक ने कहा, ‘हमने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ कर रहे हैं… फिलहाल कुछ भी कहना मुश्किल है क्योंकि जांच चल रही है. आरोपितों ने परमार को जबरदस्ती इस्लाम धर्म कराया और पैसे का लालच भी दिया… पिछले दो साल से परमार को उन आरोपियों ने वेतन नहीं दिया जो मस्जिद के ट्रस्टी भी हैं…