पंजाब में ईमानदार सरकार के दौर में स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को एक प्रतिशत कमीशन मांगना महंगा पड़ गया , मुख्यमंत्री भगवत मान सुचना मिलने पर ना केवल उन्होंने बर्खास्त किया बल्कि उनके खिलाफ मामला दर्ज करा कर उन्हें गिरफ्तार भी करा दिया। एंटी करप्शन ब्रांच ने भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद आज विजय सिंगला की गिरफ्तारी की है.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने थोड़ी देर पहले ही स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को बर्खास्त किया था और पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश भी दिया गया था। जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी कर ली गई है.पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है. मान ने कहा कि उन्होंने ये फैसला, सिंगला द्वारा निविदाओं में कथित रूप से एक प्रतिशत कमीशन की मांग किए जाने की जानकारी मिलने के बाद किया.
मैं मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा हूं
पहली बार मुख्यमंत्री बने भगवत मान ने एक वीडियो संदेश में कहा, “ मैं मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा हूं. मैं उन्हें मंत्रिमंडल से हटा रहा हूं.” मान ने दावा किया कि सिंगला ने गलत काम करने की बात स्वीकार की है.वहीं आप पार्टी ने कहा कि बड़ा फैसला आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार विरोधी मॉडल के अनुरूप लिया गया है. आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि उनकी पार्टी एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसके पास भ्रष्टाचार के आधार पर अपनों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ईमानदारी, साहस और ईमानदारी है. हमने इसे दिल्ली में देखा, अब हम इसे पंजाब में देख रहे हैं.
गौरतलब है कि पंजाब विधानसभा चुनाव में आप पार्टी को भारी जीत मिली थी. जिसके बाद भगवंत मान को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया. आप पार्टी और भगवंत मान ने चुनाव प्रचार के दौरान राज्य से पूरी तरह से भ्रष्टाचार खत्म करने का वादा किया था. वहीं अब भ्रष्टाचार के आरोपी मंत्री की गिरफ्तारी कर ली गई है.