राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की अहमदाबाद जोनल यूनिट (AZU) ने 2022 में 25 दिसंबर तक 39.4 किलोग्राम सोना जब्त किया है। जब्त की गई सोना की कीमत 21.8 करोड़ रुपये है। यह पिछले चार वर्षों में जब्ती का सबसे अधिक मूल्य है। वर्ष 2020 और 2021 में सोने की बरामदगी में कमी आई थी। वर्ष 2019 में 2 करोड़ रुपये मूल्य के 5.5 किलोग्राम सोने की जब्ती दर्ज की गई थी। अधिकारियों ने कहा कि ज्यादातर बरामदगी हवाई अड्डों पर हुई है।
कस्टम विभाग ने भी सोने की तस्करी में पिछले साल के 40 किलो की तुलना में 55 किलो पर 37.5% की बढ़ोतरी दिखाई। विशेषज्ञ जब्ती के बढ़ने का बड़ा कारण आयातित (imported) सोने पर 18% के प्रभावी शुल्क को मानते हैं। इस साल 1 जुलाई से सोने पर 2.5% कृषि सेस के अलावा 12.5% का बेसिक कस्टम ड्यूटी है। इसके अलावा, सोने की खरीद पर 3% जीएसटी भी लागू होता है, जिससे सोने पर ड्यूटी और टैक्स बढ़कर 18% हो जाता है।
उद्योग से जुड़े लोगों के अनुसार, सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ-साथ अनौपचारिक (unofficial) चैनलों से सोने की खरीदारी भी बढ़ी है। मंगलवार को सोना 56,000 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के निदेशक हरेश आचार्य ने कहा, “जब से सोने की कीमतें बढ़ी हैं, अनधिकृत (unauthorized) खरीद में वृद्धि हुई है। सोने की कीमतों में वृद्धि ने मांग को कम नहीं किया है, क्योंकि इस बार शादियों का मौसम है। जब भी कीमतें बढ़ती हैं, तो शुल्क घटक (duty component) भी बढ़ जाता है।”
उद्योग के सूत्रों ने कहा कि अनौपचारिक खरीद में बढ़ोतरी के कारण बाजार में सोना सस्ते में मिल जाता है। केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कई यात्रा प्रतिबंध देखे गए हैं और कई हवाई मार्ग चालू नहीं हैं। फिर भी DRI ने अहमदाबाद हवाई अड्डे पर एक गिरोह का भंडाफोड़ किया। इसमें हवाई अड्डे पर एक दुकान के एक कर्मचारी को शामिल पाया गया। जुलाई में एक व्यक्ति को 4.2 करोड़ रुपये के 8 किलो सोने के साथ पकड़ा गया था। उसे ग्रीन चैनल के पास सोने की छड़ों के पैकेट को छोड़ने के लिए कहा गया था। एक ड्यूटी फ्री दुकान के कर्मचारी को इसे ले लेना था। कर्मचारी ने स्वीकार किया कि उसे इस तरह की खेप पहले भी मिली थी।
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