गुणोत्सव, गुजरात सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। यह मुख्य रूप से सीखने में आ रही बाधाओं की पहचान करने और उसमें सुधार के लिए उपायों को डिजाइन करने पर केंद्रित है। इसका पहला संस्करण 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के समय आयोजित किया गया था।
गुजरात राज्य शिक्षा बोर्ड ने मंगलवार को गुणोत्सव 2.0 स्कूल मूल्यांकन कार्य के पहले चरण के परिणाम घोषित किए। वार्षिक ग्रेडिंग प्रक्रिया में राज्य के प्राथमिक विद्यालयों का मूल्यांकन शैक्षणिक परिणामों सहित 10 मापदंडों पर किया जाता है। यह राज्य भर के कुल 32,000 प्राइमरी स्कूलों को कवर करता है। केवल 11 प्राइमरी स्कूलों ने अंतिम मूल्यांकन (final assessment) में 90% और उससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं।
ग्रेडिंग सिस्टम में स्कूलों को चार जोन में रखा जाता है। इनमें से ग्रीन जोन में 75% से ऊपर का स्कोर होता है, जबकि 51-75% के साथ पीले रंग के स्कूल और 25-50% अंक हासिल करने वाले रेड अर्थ लर्निंग सेंटर होते हैं। 25% से कम स्कोर करने वालों को ब्लैक जोन में रखा जाता है।
कुल 1,256 स्कूलों को ग्रीन जोन, 1,036 को रेड और 14 को ब्लैक जोन में रखा गया था। स्कोरकार्ड में सूरत के तीन स्कूल टॉप पर रहे।
इसके अलावा, ग्रीन जोन को चार उप-श्रेणियों (sub-categories) में बांटा गया है, जिसमें जोन 4 शीर्ष पर है। इस साल 11 स्कूलों को जोन चार, 81 को जोन तीन, 329 को जोन दो और 835 को जोन एक में रखा गया है।
ग्रीन जोन के 11 प्राइमरी स्कूलों में से दो अहमदाबाद और ढोलका से हैं और 90% से अधिक अंक प्राप्त करने में सफल रहे हैं। एएमसी द्वारा चलाए जा रहे लगभग 57 प्राइमरी स्कूलों को ग्रीन जोन में रखा गया है, जबकि एक को भी ब्लैक जोन में नहीं किया गया है।
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