राज्य स्तरीय एक कुश्ती चैंपियन को छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उस पर शहर में एक योग शिक्षिका से छेड़छाड़ करने का आरोप है। रविवार को गिरफ्तारी के बाद उसने कम से कम 100 महिलाओं के साथ इसी तरह के विकृत (pervert) व्यवहार करने की बात मानी है।
2016, 2017, 2018 और 2019 में राज्य स्तरीय चैंपियनशिप में 74 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती में गोल्ड जीतने वाले 24 वर्षीय पहलवान कौशल पिपलिया को तब गिरफ्तार किया गया, जब उसका नाम एक योग शिक्षिका से छेड़छाड़ में सामने आया। वह 10 दिन से गायब था।
पीड़िता ने उसके खिलाफ 23 नवंबर को मालवीयनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि जहां उन्होंने अपना दोपहिया वाहन खड़ा किया था, वहां एक व्यक्ति पार्किंग में बैठा था। वह लिफ्ट में जाने ही वाली थीं कि अचानक वह आदमी सामने आ गया। फिर उसने दरवाजा बंद करने से रोक दिया।
इसके बाद नकाब पहने आरोपी ने अपनी पैंट उतार दी। अश्लील इशारे करने लगा। किसी तरह उसे धकेल कर जब उन्होंने निकलना चाहा, तो उसने शारीरिक शोषण करने की कोशिश की। थप्पड़ भी मारा। फिर उनका गला घोंटने का प्रयास किया। इस पर वह चिल्लाने लगीं, जिससे वह भाग गया। मालवीयनगर के पुलिस इंस्पेक्टर आईएन सांवलिया ने कहा, “पिपलिया ने स्वीकार किया है कि उसने करीब 100 महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की है और वह अपने घिनौनी हरकतों से खुश होता था। हालांकि, पीड़ितों ने शर्म के मारे सामने आने और उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने से परहेज किया।”
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “पिपलिया अपनी बाइक से जाते हुए सड़कों पर महिलाओं को छूने और घटना के बाद मौके से भागने के लिए कुख्यात है।” उन्होंने कहा कि उसे चोरी के लिए पहले भी गिरफ्तार किया गया था। इतना ही नहीं, उसे राजकोट में आर्म्स एक्ट के तहत भी गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा कि वह यूनिवर्सिटी रोड, अमीन मार्ग, कोटेचा चौक, कालावाड़ रोड, निर्मला रोड, एस्ट्रोन सोसाइटी, पंचवटी सोसाइटी आदि इलाकों में तड़के महिलाओं, खासकर युवतियों के सामने अभद्र इशारे करता था। पुलिस ने कहा कि इन क्षेत्रों में कई शैक्षणिक संस्थान हैं। वहां स्कूल और कॉलेजों की छात्राओं को सुबह के समय सड़क पर चलना पड़ता है।
हमेशा फेस मास्क पहनता थाः
पुलिस के मुताबिक, पिपलिया ने महिलाओं से छेड़छाड़ करते समय अपनी पहचान छिपाने के लिए हमेशा मास्क पहने रखता था। इससे पुलिस का काम मुश्किल हो गया था। पुलिस ने इस आरोपी को पकड़ने के लिए चार सर्विलांस टीमें बनाई थीं। पुलिस ने घटनास्थल के पास लगे कैमरे से नजर रखी। शॉपिंग मॉल, दुकानों, पॉश निवासियों और अन्य सार्वजनिक स्थानों के पास लगे 1500 कैमरों के सीसीटीवी फुटेज की कड़ी जांच के बाद संदिग्ध को मास्क पहने पाया। फुटेज में उसे कई बार भक्तिनगर स्थित देवपारा सोसायटी के पास देखा गया। पुलिस ने इस इलाके की आसपास की सोसायटियों में मास्क वाले तस्वीर के बारे में पूछताछ शुरू की तो पास के विवेकानंद सोसाइटी में रहने वाला पिपलिया मिला।
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