गुजरात में भारी बारिश के चलते सड़कों पर कई चौड़ी दरारें और गड्ढे नजर आने लगे हैं| जबकि कई सड़कें बह गई हैं जिससे मोटर चालकों और साइकिल चालकों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं।
सड़क और मकान मंत्री ने तुरंत एक व्हाट्सएप नंबर घोषित करके सड़कों को बेहतर बनाने के लिए एक अभियान शुरू किया था, जिसमें सरकार को कुल 30 हजार शिकायतें मिलीं थी। प्राप्त शिकायतों में से 22 हजार शिकायतों का निवारण कर दिया गया है यानि सड़कों पर पैचवर्क कर दिया गया है। सरकार की घोषणा के बाद शुरुआती चरण में टूटी सड़कों के मुद्दे पर लगभग 7,000 शिकायतें थीं जो अब एक दिन में 1500 शिकायतों तक कम हो गई हैं।
सौराष्ट्र में बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कें:
राज्य में सबसे ज्यादा सड़क क्षतिग्रस्त होने की खबर जामनगर, अमरेली, राजकोट, जूनागढ़ जिलों से आई है। इसलिए सरकार को किसी भी तरह का आर्थिक नुकसान नहीं हुआ है लेकिन अभी भी कुछ जिलों से सड़कों के टूटे होने की शिकायतें आ रही हैं| इसलिए आने वाले दिनों में सरकार को उस दिशा में टूटी सड़कों की मरम्मत के लिए कदम उठाने हैं|
शहर की सड़कों पर गड्ढों को तेजी से भरने के अलावा अहमदाबाद के सात क्षेत्रों में अगले तीन महीनों में 200 करोड़ से अधिक पैसो से नई सड़कों का निर्माण किया जाएगा।
‘सड़क मरम्मत अभियान’
इस मुद्दे को हल करने के लिए, सड़क और आवास मंत्री पूर्णेश मोदी ने 1 अक्टूबर से ‘मार्ग मरम्मत महाअभियान’ शुरू करने का फैसला किया था।
मरम्मत अभियान के तहत कोई भी नागरिक जिसके पास सड़क संबंधी प्रश्न हों, उन्हें व्हाट्सेप नंबर- 9978403669 के माध्यम से भेजने की अपील की गई थी। जैसे ही सड़क निर्माण मंत्री पूर्णेश मोदी ने फेसबुक और ट्विटर पर पोस्ट किया, गुजरात के विभिन्न हिस्सों के लोगों ने अपने-अपने घरों और क्षेत्र के नजदीक ख़राब हुई सड़क की समस्याओं पर टिप्पणी करना शुरू कर दिया था।