वडोदरा जिला शिक्षा अधिकारी ने शहर के एक निजी स्कूल को “कोविड मामले की रिपोर्ट करने में देरी” के लिए नोटिस जारी किया है। इसके बाद विशेष बैच के ऑफलाइन सत्र को अगले शुक्रवार तक निलंबित कर दिया गया है।
समा में स्थित नवरचना स्कूल के प्रिंसिपल के अनुसार, कक्षा 8 के एक छात्र की रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी। इसके बाद स्कूल ने चार दिनों के लिए एक बैच के लिए ऑफलाइन सत्र को स्थगित करने का फैसला किया।
बुधवार को स्कूल ने अधिकारियों को सूचित किया कि कक्षा 8 के एक छात्र की कोविड जांच की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है, जिसके बाद डीईओ नवनीत मेहता ने देरी से रिपोर्ट करने के लिए स्कूल को नोटिस जारी किया।
डीईओ ने अन्य स्कूलों को भी कोविड दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए स्थायी निर्देश जारी किए हैं। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया कि अधिकारियों को किसी भी केस के बारे में तत्काल सूचित किया जाए।
नवरचना स्कूल ने कहा है कि छात्र के माता-पिता ने उन्हें बच्चे के पॉजीटिव रिपोर्ट के बारे में सूचित किया था। इसके बाद शिक्षकों ने रैपिड एंटीजन टेस्ट किया, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
स्कूल के अधिकारियों ने कहा कि छात्र ने परिवार के एक सदस्य के साथ पॉजीटिव निकलने से पहले 10 दिसंबर को एक ऑफलाइन सत्र में भाग लिया था।
स्कूल की प्रिंसिपल सुप्रभा मेनन ने एक बयान जारी कर कहा है, “रविवार, 12 दिसंबर को हमें एक छात्र के माता-पिता ने उसकी जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आने की सूचना दी थी। इसके बाद एहतियात के तौर पर और अत्यधिक सावधानी बरतते हुए उस कक्षा के लिए ऑफलाइन क्लास को चार दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया। हालांकि ऑनलाइन क्लास जारी है। बच्चे और उसके परिवार के सदस्य को हल्के संक्रमण के कारण होम क्वारंटाइन किया गया है और उनमें सुधार आ रहा है। इसके अलावा कोई नया मामला सामने नहीं आया है।”
विशेष कक्षा के 28 छात्रों के बैच के लिए ऑफलाइन कक्षाएं शुक्रवार से चार दिनों के लिए निलंबित कर दी गई थीं और गुरुवार को फिर से शुरू होनी थीं। लेकिन इससे पहले नोटिस मिल गया।
मेनन ने डीईओ का नोटिस मिलने की पुष्टि की है। कहा कि हम दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी सावधानियां बरत रहे हैं। स्कूल ने शुक्रवार से चार दिनों के लिए बैच की कक्षाएं निलंबित कर दी थीं, जब छात्र पिछली बार कक्षा में शामिल हुआ था। लेकिन अब डीईओ के निर्देश के बाद क्लास सात दिनों के लिए बंद रहेंगे। इसलिए अब शुक्रवार को ऑफलाइन क्लास फिर से शुरू होगी।
बता दें कि एक से 20 वर्ष के आयु वर्ग से नियमित रूप से कोविड के मामले सामने आने के बाद गुजरात मेडिकल एजुकेशन रिसर्च सोसाइटी (GMERS) द्वारा संचालित गोत्री अस्पताल ने कोविड वार्ड तैयार किया है। इसमें वेंटिलेटर बेड के साथ 10 मरीजों के दाखिले की क्षमता है।