गुजरात विधानसभा में शराबबंदी को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर जुबानी जंग हुई. सदन में पकड़ी गई शराब और नशीले पदार्थों के आंकड़ों की घोषणा होते ही भाजपा और कांग्रेस विधायकों के आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए। सरकार ने जैसे ही राज्य में शराब बरामदगी के आंकड़े घोषित किए, विपक्ष ने शराबबंदी कानून का क्रियान्वयन पर सवाल खड़े किये . सरकार ने आंकड़ों की घोषणा करते हुए कहा कि पिछले दो साल में राज्य में 640 करोड़ रुपये की शराब, बीयर, देशी शराब समेत अन्य नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं.
गृहराज्य मंत्री हर्ष संघवी ने सदन में माना कि दो साल में राज्य से 197 करोड़ 56 लाख 21 हजार 59 रुपये कीमत की 51 करोड़ 48 लाख पांच हजार 345 बोतल विदेशी शराब जब्त की गई है. इसके अलावा 3 करोड़ 99 लाख 95 हजार 154 रुपये कीमत की 1 करोड़ 80 हजार 465 लीटर देशी शराब जब्त की गई है। जबकि 10 करोड़ 51 लाख 46 हजार 161 रुपए कीमत की 2 करोड़ 99 लाख 95 हजार 154 बोतल बियर पकड़ी गई है। इसके अलावा 62 अरब एक करोड़ 28 लाख 76 हजार 274 रुपये की अफीम, चरस, गांजा, हेरोइन, पोशडोडा/पाउडर व अन्य मादक पदार्थ जब्त किया गया है.इन अपराधों में शामिल 3716 अभियुक्तों की गिरफ्तारी अभी बाकी है.
सदन में शराब को लेकर बहस को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जमकर जुबानी जंग हुई. कांग्रेस विधायक अमित चावड़ा ने शराब मुद्दे पर हुई चर्चा में सरकार की कार्यकुशलता और कमजोर नीति की पोल खोल दी. इसके अलावा सदन में गृह मंत्री हर्ष सघवी ने कांग्रेस के सवाल के जवाब में कहा कि गुजरात में अब से शराब नहीं पकड़ी जा रही है , लतीफ़ ,चीमन भाई के जमाने में क्या था सब जानते हैं।
ग्रेस विधायक शैलेश परमार ने चिमन पटेल का नाम लेने पर आपत्ति दर्शाते हुए सदन में किसी पूर्व नेता का नाम नहीं लेने की सलाह दी.इसी बीच कांग्रेस विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने सदन में कहा कि राज्य में सभी जानते हैं कि चुनाव के दौरान ट्रक कौन लाता है. इस मामले में दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर जुबानी हमला किया । स्पीकर ने दोनों पक्षों को सदन में शांत रहने को कहा ताकि स्थिति बिगड़े नहीं और पूरे मामले को सुलझा लिया गया.