गुजरात अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (जीएसएसएसबी) ने रविवार सुबह परीक्षा आयोजित करने से कुछ घंटे पहले हेड क्लर्क के 186 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा प्रश्न पत्र शनिवार रात को कथित तौर पर लीक कर दिया था।
मास्टरमाइंड माने जाने वाले केतन समेत 11 लोगों को साबरकांठा पुलिस ने हिरासत में लिया है। हिम्मतनगर रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट वाली एक कार भी जब्त की गई है। कहा जा रहा हे कि परीक्षा के पेपर के हल किए गए 42 छात्रों में से प्रत्येक से 10 लाख रुपये लिए गए थे।
आधी रात के करीब एक शिक्षक को भी बुलाया गया ताकि छात्रों को प्रश्नों को हल करने में मदद मिल सके। उन्होंने लगभग 1.30 बजे परीक्षा का पेपर हल करना समाप्त किया। दावा हे कि पेपर तब लगभग 42 छात्रों को वितरित किया गया था और केतन ने प्रत्येक उम्मीदवार से लगभग 10 लाख रुपये लिए थे।
पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि पेपर वास्तव में लीक हुआ था। गृह विभाग गुरुवार को आधिकारिक बयान जारी कर सकता है। इस बीच, केतन द्वारा रखे गए बैंक खातों की जांच की जा रही है ताकि पैसे के लेन-देन का पता लगाया जा सके। हालांकि पुलिस अधिकारी जांच को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। पुलिस ने बताया कि बुधवार शाम तक कथित पेपर लीक घोटाले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई थी। लीक परीक्षा के पेपर का निशान वडोदरा के कुछ उम्मीदवारों की ओर जाता है।
इस बीच बुधवार को गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने गांधीनगर और साबरकांठा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक और इस बैठक में जीएसएसएसबी के अध्यक्ष असित वोरा भी शामिल हुए। उन्होंने पुलिस को पेपर लीक में संलिप्त किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया