कोरोना ( covid-19) महामारी के कारण देश भर में लाखो लोगों ने अपने परिजन खोये है , बड़ी तादात ने बच्चे अनाथ हो गए हैं। विधानसभा( assembly) में विपक्ष के सवालों के संकलित जवाब में गुजरात सरकार ने माना कि 27,674 बच्चे अनाथ बच्चो ने सरकारी सहायता के लिए आवेदन किया था।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री ने कांग्रेस विधायकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में सदन को बताया कि गुजरात में जिन बच्चों ने अपने माता-पिता या दोनों में से किसी एक खोया है बल कल्याण योजना के तहत उन पोषण राशि दी जा रही है। जिन बच्चो ने माँ -बाप दोनों खो दिया है उन्हें 4000 तथा जिनने किसी एक को खोया है उसे 2000 रुपये दिए जाते हैं।
3,665 आवेदन खारिज कर दिए गए हैं जबकि 3,009 आवेदन लंबित हैं
इन बच्चों द्वारा इस योजना के तहत दो साल में 31/12/2021 तक 27,674 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 20,970 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं, 3,665 आवेदन खारिज कर दिए गए हैं जबकि 3,009 आवेदन लंबित हैं।
राज्य सरकार ने कोरोना से कुल 10942 मृत्यु की घोषणा की है, लेकिन उन बच्चों की 20,970 याचिकाओं को मंजूरी दी है जिनके खिलाफ माता-पिता या माता-पिता दोनों में से एक की मृत्यु हो गई है। आरोप है कि सरकार ने कोरोना के आकड़े छुपाये हैं ।
अहमदाबाद में सबसे ज्यादा कोरोना
जिलेवार देखे तो अहमदाबाद में सबसे ज्यादा कोरोना ने लोगो को मौत के घाट ले गया। अहमदाबाद में 2500 , राजकोट में 2137 और भरूच में सहायता के लिए 1970 आवेदन सहायता के लिए आए। दाहोद में 330 और पोरबंदर में 312 आवेदन आए। कुल आवेदनों में से 3665 आवेदन खारिज कर दिए गए।
14 कोरोना वॉरियर्स के आश्रित परिवार का 7 करोड़ रुपये बकाया
राज्य में कोरोना योद्धाओं को दी जाने वाली सहायता के जवाब में सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ने जवाब दिया कि कोरोना वायरस से उत्पन्न परिस्थितियों में आवश्यक सेवाओं के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा संक्रमित 94 कोरोना योद्धाओं को उनके कर्तव्यों के दौरान सहायता का भुगतान किया गया है. राज्य में जबकि 14 कोरोना वॉरियर्स के आश्रित परिवार का 7 करोड़ रुपये बकाया है।
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