आम आदमी पार्टी (AAP) के गुजरात प्रमुख गोपाल इटालिया विधानसभा का चुनाव सूरत के कतारगाम से लड़ेंगे। इसे भाजपा ने 2012 में परिसीमन के बाद नया चुनाव क्षेत्र बनाया था। गुजरात प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव लड़ने की घोषणा आप ने बुधवार को की। लेकिन सत्ताधारी पार्टी भाजपा के लिए इस बार टिकट के दावेदारों की भरमार से चिंता बढ़ गई है।
शहरी विकास और शहरी आवास (Urban Development and Urban Housing) राज्य मंत्री विनोद मोरादिया भी इटालिया की तरह ही पाटीदार नेता हैं। इस समय कतारगाम से वही विधायक हैं। भाजपा ने अभी तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, जबकि कांग्रेस ने कपलेश वरिया को मैदान में उतारा है, जो अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के तहत प्रजापति समुदाय से आते हैं।
कतारगाम में पाटीदार और प्रजापति समुदाय चुनावी रूप से प्रमुख समुदाय (community) हैं। सूत्रों के अनुसार, निर्वाचन क्षेत्र में 90,000 पाटीदार मतदाता हैं जबकि प्रजापति समुदाय में 75,000 मतदाता हैं। डायमंड पॉलिशिंग इकाइयां और टेक्सटाइल पावरलूम चूंकि यूपी, बिहार, ओडिशा और राजस्थान के बहुत से प्रवासियों (migrants) को रोजगार देते हैं, इसलिए इस चुनाव क्षेत्र में उन राज्यों के वोटर भी बहुत हैं।
आप के पास कतारगाम सीट से चुनाव नतीजा बदलने पलटने का मौका है। इसलिए कि पार्टी के पास पहले से ही एक बड़ा वोट बैंक है। सूरत नगर निगम के वार्ड 7, 8 और वार्ड 6 के कुछ हिस्से इसी विधानसभा क्षेत्र में हैं। पिछले साल नगर निकाय चुनावों में वार्ड 7 से आप के दो पार्षद (councillor) चुने गए थे, जबकि वार्ड 8 से पार्टी का एक ही पार्षद चुना गया था। बाकी पार्षद भाजपा के हैं। यह उन 29 सीटों में से है, जिन पर आप ने 2017 में चुनाव लड़ा था। पार्टी को 2.29 प्रतिशत वोट मिले और वह तीसरे स्थान पर रही।
बुधवार को सूरत के मोटा वराछा क्षेत्र निवासी इटालिया अपने समर्थकों के साथ उम्मीदवारी की घोषणा होते ही कतारगाम के स्वामीनारायण मंदिर पहुंचे। भाजपा में गुटबाजी से भी आप का हाथ मजबूत हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, कुछ दिन पहले सत्ताधारी पार्टी भाजपा के 23 नेताओं ने इस सीट से चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर की थी। इन उम्मीदवारों में नरेंद्र नंदलाल पांडव भी हैं, जो 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे और पिछले साल नगर निकाय चुनाव में वार्ड 7 से चुने गए थे।
पांडव गुजरात वतालिया प्रजापति समाज के अध्यक्ष और भाजपा नेता नंदलाल पांडव के बेटे हैं। नंदलाल पांडव ने कहा, “मेरे बेटे ने बीजेपी से कतारगाम का टिकट मांगा है और मुझे उम्मीद है कि उसे टिकट मिल जाएगा।” उन्होंने कहा, “हमारे समुदाय को भी उचित नेतृत्व मिलना चाहिए और विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट मांगना भाजपा कार्यकर्ता या नेता का अधिकार है।”
भाजपा के सूरत शहर अध्यक्ष निरंजन जंजमेरा प्रजापति समुदाय से हैं। उन्होंने कहा, “मैंने कतारगाम या सूरत की किसी अन्य सीट से टिकट की मांग नहीं की है। मैं इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैं सभी 12 सीटों के उम्मीदवारों के लिए काम करूंगा और उन्हें जीत दिलाऊंगा।”
प्रजापति समुदाय ने अपने सदस्यों को टिकट दिलाने के लिए सभी पार्टियों में प्रयास पिछले महीने ही शुरू कर दिया था। समुदाय ने अपनी मांग को लेकर 16 अक्टूबर को कतारगाम में एकता यात्रा वाहन रैली भी की थी। रैली में दिखे एक बैनर में लिखा था, “पक्ष होई कोई पान, प्रजापति मांगे राजकीय भगीदारी (राजनीतिक दल कोई भी हो, प्रजापति राजनीतिक भागीदारी की मांग करता है)।” रैली में भाग लेने वालों में पूर्व भाजपा पार्षद जीवराज वैर्या के पति सुंदर सरतनपारा और आप पार्षद कानू गोदिया और घनश्याम मकवाना शामिल थे।\
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