कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Election 2022) के लिए अपने उम्मीदवारों की नवी सूची में गोधरा से भाजपा के विवादास्पद विधायक सीके राउल जी से मुकाबले के लिए रश्मिता चौहाण को उतारा है। जी 2017 में 258 मत से जीते थे। कांग्रेस की राजनीति की धुरी स्वर्गीय अहमद पटेल के खास रहे निशीत व्यास को तमाम कोशिश के बाद प्रत्याशी नहीं बनाया गया , उनकी जगह गांधीनगर उत्तर से जिला पंचायत सदस्य और गुजरात कांग्रेस के महामंत्री विरेन्द्र सिंह वाघेला उर्फ़ अजीत सिंह वाघेला पर विश्वास जताया है।
हार्दिक पटेल के सामने वीरमगाम से लाखा भरवाड वापस टिकट हासिल करने में सफल रहे हैं , यहां से ठाकोर समाज उनका विरोध कर रहा था। भरतसिंह सोलंकी तमाम विरोध के बावजूद उनको टिकट दिलाने में सफल रहे हैं। लाखा भरवाड , भरत सिंह सोलंकी के फायनेंसर माने जाते हैं।
इस सूची में कुल 37 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। अंतिम सूची में कई बड़े उलटफेर दिखे हैं।
कांग्रेस ने 182 विधानसभा सीटों में से कुल 179 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जबकि तीन सीटों पर उसका एनसीपी के साथ गठबंधन है। नौवीं सूची में चार विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं इस सूची में 2 महिलाओं को मौका दिया गया है।
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के पुत्र महेंद्र सिंह वाघेला को बायड से प्रत्याशी बनाया गया है। यहां से वर्तमान विधायक धवलसिंह नरेंद्र सिंह झाला का टिकट काट दिया गया है। महेंद्र सिंह 2012 में यहां से कांग्रेस के विधायक तौर से टिकट चुने गए थे ।
गुजरात कांग्रेस प्रमुख जगदीश ठाकोर के भाई अमृत ठाकोर को कांकरेज से मैदान में उतारा है , यह सीट भाजपा के कब्जे में है। पेटलाद से 6 बार के विधायक निरंजन पटेल की जगह गुजरात कांग्रेस के पूर्व प्रमुख भरत सिंह सोलंकी चुनाव लड़ना चाहते थे , लेकिन पार्टी नेतृत्व ने अपने पूर्व प्रदेश प्रमुख पर भरोसा जताने के बजाय डॉ प्रकाश परमार को मौका दिया है।
धंधुका से वर्तमान विधायक राजेश गोहिल का टिकट काटकर युवा कांग्रेस के प्रमुख हरपाल सिंह चुडास्मा को प्रत्याशी बनाया गया है।
बालसिनोर से अजीत सिंह चौहाण को कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया , यहां भाजपा और आप ने भी चौहाण प्रत्याशी पर भरोसा जताया है।
दाहोद एसटी से भी वर्तमान विधायक पंडन वाजे सिंग की जगह हर्षद भाई निनामा को प्रत्याशी बनाया गया है , जबकि वाजे सिंग ने गत रोज ही नामांकन कर दिया था।
प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी के गृह क्षेत्र मणिनगर से सीएम राजपूत को जबकि धोलका से भूपेंद्र सिंह चूडास्मा के सामने पिछले चुनाव में 327 मत से पराजित हुए अश्विन राठौड़ को फिर से मैदान में उतारा है। अश्विन ने चूडास्मा के निर्वाचन को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी , उच्च न्यायालय ने चूडास्मा के निर्वाचन को रद्द्द कर दिया था , सुप्रीम कोर्ट ने चूडास्मा को राहत देते हुए निचली अदालत के फैसले पर रोक लगा दी है। इस बार भाजपा ने चुडास्मा का टिकट काट दिया है।
कांग्रेस ने इस बार टिकट बंटवारे में अप्रत्याशित रूप से बेचरजी विधायक भरत जी ठाकोर का भी टिकट काट दिया है। 2017 में बेचरजी से 15,811 मतों से जीते भरत जी ठाकोर के स्थान पर भोपा जी ठाकोर को टिकट दिया गया है। नवरंगपुरा से सोनल पटेल को टिकट मिला है.
रेशमा पटेल आप में शामिल , हार्दिक पटेल के खिलाफ विरमगाम से लड़ सकती हैं चुनाव