गुजरात में पिछली तीन रातों में दो और सांप्रदायिक झड़पों की खबर है। इनमें 60 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
गिर सोमनाथ जिले के वेरावल शहर और वडोदरा से दो नए मामलों के बाद राज्य में पिछले एक सप्ताह में ऐसे चार मामले सामने आए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने सोमवार को बताया था कि उसने जुलूस निकालने और वेरावल में एक दरगाह पर भगवा झंडा फहराने के आरोप में 30 लोगों को गिरफ्तार किया था। इसी तरह वडोदरा के एक मंदिर में मूर्ति को तोड़ने के आरोप में भी 30 लोगों को गिरफ्तार किया था।
वेरावल की घटना
तटीय शहर वेरावल में पुलिस ने सोमवार की रात हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान वखरिया बाजार में मगरेबिशा बापू दरगाह पर भगवा झंडा फहराने के आरोप में 30 लोगों को गिरफ्तार किया।
दरअसल जब जुलूस दरगाह के बगल से गुजर रहा था, तभी एक व्यक्ति उस पर चढ़ गया और झंडा फहरा दिया। इस बीच, जुलूस में शामिल अन्य लोगों ने इस घटना को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया और इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। इससे दोनों समुदायों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि, पुलिस ने समय रहते हस्तक्षेप कर दंगे को टाल दिया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गिर सोमनाथ के पुलिस अधीक्षक मनोहरसिंह जडेजा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा, “हमने पुलिस की अनुमति के बिना जुलूस निकालने और धार्मिक स्थल पर भगवा झंडा फहराने के आरोप में 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 ए (दो समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295 ए (अपमान के इरादे से पूजा स्थल को नुकसान पहुंचाना या अपवित्र करना) के तहत दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनके अलावा किसी भी वर्ग का धर्म की ओर से पुलिस की अनुमति के बिना जुलूस निकालने के लिए धारा-188 के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।
वडोदरा की घटना
इस बीच, वडोदरा में अमदावाड़ी पोल में एक दोपहिया सवार के हमले से दंगा हुआ, क्योंकि जुबलीबाग क्षेत्र के आसपास विभिन्न समुदायों के दो समूहों के बीच झड़पें हुईं। मिनटों के भीतर संघर्ष दंगों में बदल गया। इस दौरान पथराव, वाहनों की तोड़फोड़ और एक साईं बाबा मंदिर को अपवित्र किया गया।
घटना की जांच के लिए स्थानीय नेताओं के साथ पुलिस दल के पहुंचने पर भीड़ तितर-बितर हो गई। पुलिस ने कहा कि इस मामले में लगभग 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पहले हुए संघर्ष
इससे पहले 10 अप्रैल को गुजरात के खंभात शहर में रामनवमी के जुलूस के दौरान सांप्रदायिक झड़पों में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और एक अन्य घायल हो गया था। हिम्मतनगर और द्वारका में भी इसी तरह की झड़पें हुईं, पूर्व नगरपालिका में कम से कम 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
गुजरात के खंभात में शुक्रवार यानी 15 अप्रैल को बुलडोजर से कई दुकानों को तोड़ दिया गया। पुलिस ने कहा कि शहर में हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।