गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेन्स में उन्होंने कहा की भाजपा की ये परंपरा रही है कि समय के साथ साथ कार्यकर्ताओं के दायित्व भी वक्त के साथ बदलते रहते हैं. उन्होंने कहा कि ये हमारी पार्टी की विशेषता है कि जो दायित्व या भूमिका पार्टी द्वारा दी जाती है उसे पूरे दिल से पार्टी कार्यकर्ता पूरा करते हैं.
पार्टी व प्रधानमंत्री को दिया धन्यवाद
उन्होंने कहा कि ,”मैं भारतीय जनता पार्टी के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ कि मुझे गुजरात के मुख्यमंत्री पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी. मुख्यमंत्री के रूप में मिले इस दायित्व को निभाते हुए मेरे कार्यकाल के दौरान माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी जी का विशेष मार्गदर्शन मिलता रहा है।माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में गुजरात समग्र विकास तथा सर्वजन कल्याण के पथ पर आगे बढ़ते हुए नए आयामों को छुआ है. गुजरात के विकास की यात्रा में गत पांच वर्षों में मुझे भी योगदान करने का जो अवसर मिला, उस के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी के आभार प्रकट करता हूं।”
“मैं गुजरात की जनता के प्रति भी आभार व्यक्त करता हूँ कि विगत पांच वर्षों में हुए उपचुनाव हों अथवा स्थानीय निकाय के चुनाव हों, पार्टी और सरकार को गुजरात की जनता का अभूतपूर्व समर्थन, सहयोग और विश्वास मिला है. गुजरात की जनता का विश्वास भारतीय जनता पार्टी की ताकत भी बनी है और मेरे लिए लगातार जनहित में काम करते रहने की उर्जा भी रहा है। “
4 सिद्धांतों पर किया राज्य का विकास
विजय रूपाणी ने अपने 5 वर्ष में किए गए विकास कार्य को चिन्हित करते हुए कहा की, ” हमारी सरकार ने प्रशासन के चार आधार भूत सिद्धांतों पारदर्शिता, विकासशीलता, संवेदनशीलता एवं निर्णायकता के आधार पर जनता की सेवा करने का यथाशक्ति प्रयत्न किया है।”
गुजरात के नव विकास की कामना
उन्होंने कहा की,” त्यागपत्र से गुजरात में पार्टी के नए नेतृत्व को अवसर मिलेगा तथा हम सब एकजुट होकर माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में गुजरात की इस विकास यात्रा को नई उर्जा, नए उत्साह, नए नेतृत्व के साथ आगे लेकर जायेंगे।”