गुजरात के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) को एक बड़ी सफलता मिली है। उसने राज्य के मोरबी जिले से 120 किलोग्राम नशीला पदार्थ बरामद किया है। इन दवाओं की कीमत 600 करोड़ रुपये बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि इन मादक पदार्थों को पाकिस्तान की ओर से सलाया बंदरगाह वाले समुद्री मार्ग से भेजा गया था। इन्हें मुंबई और गोवा भेजने का प्रयास किया गया था।
इस खुलासे के बाद गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने “ड्रग्स को खत्म करने” की दिशा में बड़ी ‘उपलब्धि’ के लिए राज्य पुलिस की सराहना करते हुए ट्वीट किया है।
यह मामला उस समय सामने आया जब पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के ठाणे के रहने वाले सज्जाद घोसी को मंगलवार को एक गुप्त सूचना के बाद खंभालिया शहर के एक गेस्ट हाउस से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस टीमों ने 19 पैकेट बरामद किए थे, जिनमें 11.48 किलोग्राम हेरोइन और 6.16 किलोग्राम मेथामफेटामाइन थे। इन दवाओं की कीमत 88.25 करोड़ रुपये आंकी गई थी। इसके बाद घोसी ने इस धंधे में शामिल कारा बंधुओं का नाम लिया था। इसके बाद बुधवार को तटीय शहर सलाया में उनके आवास पर छापा मारा गया, जिसमें 45 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई।
गोवा में कथित तौर पर ड्रग्स बेचने के आरोप में मुंबई के आठ लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें उत्तरी गोवा के अरामबोल गांव से इंस्पेक्टर जीवबा दलवी के नेतृत्व में पेरनेम पुलिस टीम ने पकड़ा। इस दौरान 88 ग्राम गांजा, 34 ग्राम चरस, 60 भांग के बीज और एलएसडी ब्लाट सहित ड्रग्स की जब्ती हुई। इनकी कीमत लगभग 1.2 लाख रु. आंकी गई।
दलवी ने कहा कि सभी आठ आरोपी मुंबई के भांडुप पश्चिम के रहने वाले हैं। वे यहां एक होटल में ठहरे थे। पुलिस कर्मियों ने संभावित ग्राहकों के रूप में खुद को पेश किया और एक स्थानीय रिसॉर्ट के एक कमरे में छापेमारी कर रैकेट का भंडाफोड़ किया।