जामनगर शहर से लगभग 40 किमी दूर तमाचान गांव (Tamachan village) में खेत में मजदूर के रूप में काम करने वाले एक आदिवासी परिवार (tribal family) से आने वाली बच्ची शनिवार सुबह करीब 9:30 बजे खेलते समय लगभग 20 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी कि, संकरे बोरवेल (borewell) में फिसलकर 20 फीट की गहराई में फंसी दो साल की बच्ची की 19 घंटे तक कई एजेंसियों के अथक बचाव प्रयासों के बावजूद मौत हो गई।
जामनगर तालुका विकास अधिकारी एन ए सरवैया ने कहा कि रविवार सुबह करीब 5:45 बजे उसे बाहर लाया गया और मृत घोषित कर दिया गया। लड़की को बचाने के लिए, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और स्थानीय अग्निशमन कर्मियों को शामिल करते हुए एक व्यापक अभियान शुरू किया गया। सरवैया ने कहा कि इससे पहले, जैसे ही स्थानीय प्रशासन को घटना के बारे में जानकारी मिली, उसने शनिवार सुबह करीब 11 बजे दमकल विभाग के कर्मियों को शामिल करते हुए बचाव अभियान शुरू किया।
उन्होंने बताया कि बाद में जामनगर से सेना के जवानों का एक दल और वड़ोदरा से एनडीआरएफ का एक दल भी अभियान में शामिल हो गया। अधिकारी ने कहा, “सेना और एनडीआरएफ कर्मियों के बीच बचाव अभियान पूरी रात चला। बोरवेल पानी से भर गया था और बचाव अभियान में एक निजी बोरवेल रोबोट का भी इस्तेमाल किया गया था।” उन्होंने कहा, “बचाव के प्रयास के तहत पानी निकाला गया और समानांतर गड्ढा खोदा गया। उसके बाद लड़की को रविवार सुबह करीब 5:45 बजे बाहर निकाला गया और उसे मृत घोषित कर दिया गया।”
पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं
इससे पहले भी बोरवेल से हुए खतरे सामने आए हैं। जुलाई 2022 में, गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले के एक गांव में एक 12 वर्षीय लड़की बोरवेल में गिर गई और 60 फीट की गहराई में फंस गई, लेकिन लगभग पांच घंटे बाद उसे बचा लिया गया। पिछले साल 9 जून को सुरेंद्रनगर के एक खेत में एक दो साल का बच्चा बोरवेल में गिर गया था, जिसके बाद सेना, दमकल, पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों की एक टीम मौके पर पहुंची और उसे बचाया।
कोर्ट का निर्देश
2009 में, सुप्रीम कोर्ट ने बेकार पड़े हुए बोरवेल में बच्चों के गिरने की घातक दुर्घटनाओं को रोकने के लिए दिशानिर्देश जारी किए। कोर्ट द्वारा 2010 में जारी संशोधित दिशा-निर्देशों में निर्माण के दौरान कुएं के चारों ओर कांटेदार तार की बाड़ लगाना, वेल असेंबली के ऊपर बोल्ट के साथ स्टील प्लेट कवर का उपयोग करना और नीचे से जमीनी स्तर तक बोरवेल को भरना शामिल था।
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Edited by Rajan Chaudhary