शुक्रवार रात गुजरात की 17 जेलों में एक साथ सभी जिला पुलिस प्रमुखों और सभी जेल प्रमुखों को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से ऑनलाइन जोड़ने के बाद अचानक मेगा औचक निरीक्षण अभियान शुरू किया गया. गुजरात पुलिस की ओर से अब जिला पुलिस प्रमुख के नेतृत्व में संबंधित जिलों की पुलिस के साथ सभी जेलों में बॉडी वियर कैमरों से औचक चेकिंग शुरू कर दी गई। रात भर चले इस अभियान के दौरान मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने नजर बनाये रखी।
राज्य की महत्वपूर्ण जेलों में साबरमती जेल (अहमदाबाद), वड़ोदरा जेल, राजकोट जेल और लोजपोर जेल (सूरत) के अलावा 4 मध्यवर्ती जेल, 11 जिला जेल और पलारा और गलपदार (कच्छ) की विशेष जेलो में किया गया।
राज्य के मुख्यमंत्री की सीधी निगरानी में सभी जेलों में एक साथ सघन चेकिंग की गई, जिनमें बड़ी जेलों में सुबह तक तलाशी चलती रही. पूरे मेगा सर्च ऑपरेशन के दौरान पूरे मेगा सर्च ऑपरेशन में 16 मोबाइल, 10 बिजली के सामान, 39 घातक सामान, 519 धूम्रपान के सामान और 3 नशीले पदार्थ मिले हैं.
गौरतलब है कि पूरे देश में संभवत: पहली बार प्रदेश की जेलों में मेगा औचक निरीक्षण हुआ है, जिसमें करीब 1700 पुलिस अधिकारी और कर्मी तलाशी अभियान में शामिल हुए हैं.
इतना ही नहीं, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी गृह विभाग और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कमांड एंड कंट्रोल सेंटर-त्रिनेत्र से प्रदेश की सभी जेलों में चल रही औचक चेकिंग की लाइव मॉनिटरिंग करते रहे .
प्रदेश की प्रत्येक जेल से कारागार की बुराई को समाप्त करने के लिए कड़े अभियान चलाने के साथ ही प्रदेश की सभी कारागारों में मानवीय गरिमा एवं कानून व्यवस्था का समुचित पालन होना अति आवश्यक है।
इसके अलावा यह मेगा औचक चेकिंग अभियान जेल में बंदियों को उपलब्ध सभी आवश्यक सुविधाएं ठीक से उपलब्ध कराने के लिए चलाया गया।
इस पूरे ऑपरेशन के दौरान, मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए, पुलिस टीमों द्वारा कैदियों से बातचीत की गई और उनकी काउंसलिंग की गई।
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