ट्राइफेड (Trifed) के चेयरमैन रामसिंह राठवा (Ramsinh Rathwa) और संगठन की प्रबंध निदेशक गीतांजलि गुप्ता (Gitanjali Gupta) के बीच चल रहे विवाद के दौरान एक अहम घटनाक्रम हुआ है। गीतांजलि गुप्ता (Gitanjali Gupta) को नीति आयोग में अतिरिक्त सचिव के प्रतिष्ठित पद पर फिर से नियुक्त किया गया है। यह महत्वपूर्ण बदलाव तब आया है जब उनका नाम आधिकारिक तौर पर कैबिनेट की नियुक्ति समिति द्वारा अनुमोदित सूची में शामिल किया गया था, यह निर्णय सोमवार को सार्वजनिक किया गया।
इन दो प्रमुख हस्तियों के बीच टकराव तब शुरू हुआ जब ट्राइबल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (Tribal Co-operative Marketing Development Federation of India- ट्राइफेड) के अध्यक्ष राठवा ने 19 अक्टूबर को एक ज्ञापन जारी किया, जिसमें 1996 बैच के अनुभवी आईएएस अधिकारी गुप्ता को “प्रशासनिक कुप्रबंधन” आरोपों का हवाला देते हुए निलंबित कर दिया गया।
हालाँकि, जनजातीय मामलों के मंत्रालय ने राठवा के निलंबन आदेश को “अमान्य और शून्य” मानते हुए तुरंत हस्तक्षेप किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रबंध निदेशक के रूप में गुप्ता की नियुक्ति केंद्र सरकार की कैबिनेट की नियुक्ति समिति के निर्देशों के अनुसार थी।
घटनाओं का यह मोड़ संगठन के भीतर संघर्ष और अब सामने आए उच्च-स्तरीय निर्णयों के महत्व को रेखांकित करता है। ट्राइफेड (Trifed) की भविष्य की दिशा और नीति आयोग (Niti Aayog) में गीतांजलि गुप्ता (Gitanjali Gupta) की नई भूमिका के निहितार्थ पर निस्संदेह आने वाले महीनों में बारीकी से नजर रखी जाएगी।