चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (Chandigarh University) की एक छात्रा द्वारा अपने प्रेमी के साथ गर्ल्स हॉस्टल की साथी बोर्डर्स के “आपत्तिजनक वीडियो” रिकॉर्ड करने और साझा करने के मामले ने मोहाली (Mohali) स्थित इस संस्थान (Institute) को डरावना बना दिया है। हालांकि रविवार को दोनों की गिरफ्तारी हो गई, लेकिन अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि कोई गोपनीयता भंग नहीं हुई थी। मोहाली के एसएसपी विवेक शील सोनी ने कहा, “संदिग्ध लड़की ने अपने प्रेमी को खुद के ही वीडियो भेजे थे। जब वह वॉशरूम में थी, तब अन्य लड़कियों ने उसकी रिकॉर्डिंग देखी और यह सोचकर घबरा गईं कि वह उनका वीडियो शूट कर रही है। अगर कोई लड़की और लड़का वीडियो साझा कर रहे हैं और उन्हें सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं, तो यह कानून के अनुसार अपराध नहीं है।” पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार छात्रा के वीडियो के अलावा अन्य किसी के वीडियो बना कर साझा करने के सबूत नहीं हैं।
जब तक पुलिस और यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने कथित तौर पर गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं के वायरल होने वाले वीडियो के बारे में खंडन जारी किया, तब तक एक लड़की के आत्महत्या कर लेने और कई अन्य द्वारा खुद को नुकसान पहुंचाने के बारे में अफवाहें फैल गईं। इससे परिसर में भारी हंगामा मच गया। छात्र-छात्राओं ने हाईवे जाम कर दिया। वीसी के कार्यालय में घुसने की कोशिश की। विवाद के केंद्र में आने वाली चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की पीजी प्रथम वर्ष की छात्रा को घरुआं के यूनिवर्सिटी कैंपस से गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि उसके प्रेमी को उसके पैतृक गांव हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रोहड़ू में हिरासत में ले लिया गया। बाद में एक 31 वर्षीय व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया था, लेकिन पुलिस ने यह नहीं बताया कि वह इस मामले से कैसे जुड़ा है।
हालांकि एसएसपी ने कहा कि किसी के साथ अपने निजी वीडियो साझा करना कोई अपराध नहीं है, लेकिन मोहाली पुलिस ने धारा 354 सी (Section 354C) के तहत घरुआ पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। यह धारा निजी तौर पर किसी लड़की या महिला की तस्वीर देखने और/या लेने, जहां उसे आमतौर पर आईपीसी और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत नहीं देखे जाने से जुड़ी है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है, “बेटियां पंजाब की गरिमा और गौरव हैं।” उन्होंने लोगों से “असामाजिक तत्वों द्वारा फैलाई गई अफवाहों” से प्रभावित नहीं होने का आग्रह किया। मोहाली के डीसी अमित तलवार ने मजिस्ट्रेट जांच और विशेष जांच दल के गठन की घोषणा की है।
अतिरिक्त डीजीपी (Additional DGP) गुरप्रीत कौर देव ने कहा, “हमने मामले की पूरी जांच की है। गिरफ्तार की गई छात्रा के वीडियो बनाने और साझा करने के अलावा अन्य कोई सबूत नहीं है। सामुदायिक और महिला मामलों की प्रभारी देव ने कहा कि छात्रा के मोबाइल फोन को फॉरेंसिक स्कैन के लिए भेज दिया गया है।
वायरल वीडियो (Viral Video) क्लिप में कथित तौर पर एक बेहोश लड़की को एम्बुलेंस में अस्पताल ले जाते हुए दिखाया गया था, जो विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के दौरान बेहोश हो गई थी। देव ने कहा कि एक लोकल अस्पताल में उसका इलाज किया गया और वहां से उसे छुट्टी दे दी गई।
उधर शिमला में हिमाचल (Himachal) के डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि उनके पंजाब (Punjab) समकक्ष गौरव यादव से लड़की के प्रेमी को गिरफ्तार करने का अनुरोध मिला था, जिसके कारण विवाद ने जन्म लिया। उसे मोहाली पुलिस टीम के हवाले कर दिया गया है।
बहरहाल, विरोध को देखते हुए यूनिवर्सिटी ने सोमवार और मंगलवार को छुट्टी कर दी है। इस दौरान कोई भी कक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी। जबकि बाकी काम होते रहेंगे। विरोध प्रदर्शन की खबर सुर्खियों में आने के बाद चिंतित माता-पिता अपनी बेटियों को घर ले जाने के लिए पहुंच गए हैं। बेटी को घर लेने आए रंजीत सिंह ने कहा, ‘विश्वविद्यालय प्रबंधन को इस घटना को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए, ताकि दोबारा ऐसा न हो।”
माता-पिता के डर को दूर करते हुए यूनिवर्सिटी के प्रो-चांसलर ने कहा, “यूनिवर्सिटी सभी छात्रों, विशेषकर छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध और सक्षम है।”
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