राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की प्रमुख योजनाओं को पूरे देश में लागू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, इंदिरा रसोई योजना, शहरी रोजगार गारंटी योजना और किसानों को एक हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय (honorarium) देने की योजना लोगों के लिए वरदान साबित हुई है।
उन्होंने कहा, “दुनिया में हमारी जैसी कोई योजना नहीं है। मैं प्रधानमंत्री से इन पांच कार्यक्रमों को पूरे देश में लागू करने की मांग करता हूं।” गहलोत ने आम लोगों के लिए सामाजिक सुरक्षा के मुद्दे पर जोर देते हुए केंद्र सरकार से पूरे देश के लिए पेंशन नीति लाने की मांग की। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की पेंशन के संबंध में भी नीतिगत निर्णय लिया जाना चाहिए।
चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना पर गहलोत ने कहा, ”हमने पूरा इलाज मुफ्त कर दिया है। भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। किसी अन्य राज्य ने दस लाख रुपये का बीमा नहीं कराया है। इस योजना से 5 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा भी जुड़ा है।”
गहलोत ने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं का सर्वोत्तम लाभ उठाने के लिए नागरिकों के कानूनी अधिकारों और पात्रता को स्थापित करने के लिए विधानसभा में ‘स्वास्थ्य का अधिकार’ विधेयक पेश किया। आपत्ति के बाद इसे प्रवर समिति (select committee) को भेजा गया था। विधानसभा के अगले सेशन में इसे फिर से लाया जाएगा।
केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर व्यंग्य करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सत्ता में रहते हुए भी कभी प्रगतिशील नहीं रही है। वह तो धर्म के नाम पर सत्ता में आई है। उन्होंने कहा, “धर्म के नाम पर सत्ता में आना अलग बात है, लेकिन लोकतंत्र में नीति, कार्यक्रम और सिद्धांत के आधार पर राजनीति करना दूसरी बात है, जो देश में होनी चाहिए।”
उनके साथ मौजूद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि पीएम मोदी ने पीएम की परिभाषा ही बदल दी है। उन्होंने कहा, “पीएम का मतलब आज प्रधानमंत्री नहीं है, पीएम का मतलब पैकेजिंग और मार्केटिंग है।”
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