कोविड-19 से बचाव वाले सभी टीका यानी वैक्सीन ले चुके विदेशी 8 नवंबर से हवाई के साथ-साथ सड़क मार्ग से भी अमेरिका जा सकते हैं। शुक्रवार को व्हाइट हाउस के सहायक प्रेस सचिव केविन मुनोज ने ट्वीट करते हुए इसकी पुष्टि की है।
अमेरिका ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के मकसद से मार्च 2020 के बाद यूरोपीय संघ, ब्रिटेन, चीन, भारत और ब्राजील सहित दुनिया के अधिकांश यात्रियों का अपने यहां प्रवेश रोक दिया था। ऐसा प्रतिबंध पड़ोसी मेक्सिको और कनाडा के लोगों पर भी लगा दिया गया था।
प्रतिबंधों के दौरान व्यक्तिगत और आर्थिक दोनों तरह के नुकसान हुए। बता दें कि पिछले महीने घोषित नई नीति के तहत विदेशियों के लिए वैक्सीन लेने के बावजूद हवाई यात्रा से तीन दिन पहले कोविड टेस्ट कराना अनिवार्य था। इस तरह के सर्टिफिकेट को विमानन कंपनियों को सिस्टम में डालने का निर्देश दिया गया।
बहरहाल, इस सप्ताह की शुरुआत में व्हाइट हाउस के एक सूत्र ने कहा कि सड़क मार्ग को दो चरणों में खोला जाएगा। शुरू में “गैर-आवश्यक” यात्राओं के लिए वैक्सीन लेने की आवश्यकता होगी- जैसे कि पारिवारिक या पर्यटन संबंधी दौरा करना। हालांकि वैक्सीन नहीं लेने वाले ऐसे लोगों को भी देश में “आवश्यक” यात्राओं की अनुमति दी जाएगी, जो डेढ़ साल से वहां हैं।
जनवरी 2022 में शुरू होने वाले दूसरे चरण में सभी आगंतुकों को सड़क मार्ग से भी अमेरिका में प्रवेश करने के लिए पूरी तरह से टीकाकरण की आवश्यकता होगी, चाहे उनकी यात्रा का कोई भी कारण हो।
मोदी ट्रैवल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अलाप मोदी ने कहा की, “यह सकारात्मक खबर है।” यह पहले बहुत जरूरी यात्रा की अनुमति देगा जिसमें व्यवसाय, पारिवारिक जन्म या मृत्यु जैसी स्थितियां शामिल हैं। दूसरे खंड के तहत, लोगों को जनवरी 2022 से सामान्य रूप से यात्रा करने की अनुमति होगी। ट्रैवल एजेंट नवंबर से ट्रैवल सेक्टर में आने की उम्मीद कर रहे हैं।
अमेरिकी पर्यटन सीजन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि आमतौर पर लोग अप्रैल से अगस्त के बीच ज्यादा यात्रा करते हैं। ऐसा लग रहा है कि अगले साल अमेरिका की यात्रा का लुत्फ उठा पाएंगे. यूएसए के इस फैसले का भारत के पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
ट्रैवल एजेंसी गैटडेस्टिनेशन ने कहा कि अमेरिका ने अभी निर्णय लिया है, लेकिन यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि उड़ान कब शुरू होती है। हम खुश हैं और काम करने को तैयार हैं, लेकिन अब सबकी निगाहें उड्डयन विभाग पर हैं.