मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना (Mukhyamantri Krishak Sathi Yojana) के तहत महिलाओं को मुफ्त बीज (free seeds) देने का राजस्थान सरकार (Rajasthan government) का कार्यक्रम राज्य में लोकप्रिय हो गया है। राज्य के कृषि विभाग (agriculture department) के एक अधिकारी ने कहा, “कृषक साथी योजना के तहत मूंग, मोठ, उड़द, सरसों, ज्वार, बाजरा आदि के बीज वाली मिनी किट मुफ्त में बांटी गई हैं।”
इस प्रकार, उनके अनुसार, ऐसा करने से कृषि में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित होगी और उनके योगदान से राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
कृषि आयुक्त कानाराम (Agricultural Commissioner Kanaram) के मुताबिक, कृषि विभाग ने पिछले चार रबी और खरीफ मौसमों के दौरान राज्य में 5.430 मिलियन से अधिक महिला किसानों को मुफ्त बीज के मिनी-किट वितरित किए हैं, जिसमें 2022-23 में 2.606 मिलियन से अधिक शामिल हैं।
सरसों के बीज के 811,000 से अधिक मिनी-किट (2 किलो और 3 किलो) के अलावा, विभाग ने 1-5 किलोग्राम बाजरे के बीज के 860,000 से अधिक मिनी-किट भी वितरित किए हैं, मक्के के बीज की 795,000 से अधिक मिनी-किट (5 किग्रा), मसूर के बीज की 22,475 मिनी-किट (8 किग्रा), अलसी के 4,144 मिनी-किट (2 किलो), और 4 किलो पतंगे के 26,315 मिनी-किट भी वितरित किये गए हैं।
कोटा जिले के आमली गांव में चंद्र कला नाम के एक किसान ने दावा किया कि उसे उच्च गुणवत्ता वाली सरसों के बीज की 2 हजार की मिनी किट मुफ्त मिली है। अपनी आर्थिक स्थिति के कारण, उसने दावा किया कि उसके लिए बीज खरीदना असंभव था, इसलिए अधिकांश समय उसके खेत बंजर या खाली पड़े रहते थे।
दौसा जिले के खेड़ली गांव की सुमित्रा देवी के अनुसार उच्च गुणवत्ता वाले बाजरे के बीज रिकॉर्ड फसल का कारण थे।
Also Read: राजस्थान: भाजपा, कांग्रेस का इस बार 19 लाख युवा मतदाताओं पर निशाना